अवैध गेटबंदी के विरोध में श्रमिकों का प्रदर्शन
रुद्रपुर/पंतनगर सिडकुल की एक कंपनी के श्रमिकों ने प्रबंधन पर अवैध रूप से गेटबंदी का आरोप लगाते हुए कंपनी के गेट पर प्रदर्शन कर बहाली की मांग की है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर/पंतनगर : सिडकुल की एक कंपनी के श्रमिकों ने प्रबंधन पर अवैध रूप से गेटबंदी का आरोप लगाते हुए कंपनी के गेट पर प्रदर्शन कर बहाली की मांग की है। मंगलवार को श्रमिकों ने कहा कि आंदोलन दो अप्रैल से प्रस्तावित था, लेकिन कंपनी प्रबंधन ने श्रमिक संयुक्त मोर्चा के कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद हड़ताल को तीन दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था। यूनियन अध्यक्ष मनोज कुमार और महामंत्री दिनेश चंद्र पंत ने कहा कि 10 दिसंबर, 2017 को नए वेतन, स्थायीकरण की मांग की गई थी तो अस्थाई म•ादूरों को निकाल दिया। श्रमिकों की कार्यबहाली नहीं हुई तो आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में राजेंद्र सती, सुरेश चंद पांडे, मुकेश विश्वकर्मा, सुनील गुप्ता, मनोज बिष्ट, प्रवीण कुमार, इंदर सिंह बोरा, कुमार गौरव, सुख चंद मलिक, केसर सिंह नैनवाल, दीवान राम, मनीष बिष्ट आदि शामिल थे।
विवि के ठेका कर्मियों ने भी धरना समाप्त कर दिया
जासं, पंतनगर: विवि परिसर में एस्मा लागू होने से ठेका कर्मियों ने भी बेमियादी धरना समाप्त दिया। विवि प्रशासन ने कहा कि मांग विचाराधीन है। समस्या का समाधान कराने का भरोसा दिलाया। हालांकि जिद पर अड़े ठेका कर्मी एस्मा के तहत कार्रवाई के भय से धरना समाप्त करने को राजी हो गए।
ठेका कर्मियों ने वर्ष, 2003 से पूर्व दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्य कर रहे कर्मचारियों को जबरन ठेके पर रखा गया है। विवि परिसर में एस्मा लागू होने पर ठेका कर्मियों ने नाराजगी जताई। साथ ही इसका विरोध किया। ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल की निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण और श्रम कल्याण अधिकारी सुरक्षा अधिकारी से वार्ता हुई। प्रतिनिधिमंडल से मोर्चा के अध्यक्ष जनार्दन सिंह, महामंत्री ओएम गुप्ता, डा. महेश शर्मा, संतोष कुमार, जगदीश, नागेंद्र, अजीज थे। निदेशक प्रशासन ने समस्याओं का समाधान जल्द कराने का भरोसा दिलाया। श्रम कल्याण अधिकारी ने अनशन स्थल पर पहुंचकर क्रमिक अनशन कर रहे लीलाधर भट्ट, सुनील, हसीन, राजेश कुमार को जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया। ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा ने कहा कि यदि मांग का जल्द समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।