90 दिन बाद भी नहीं सुलझी मौत की गुत्थी
संवाद सहयोगी खटीमा एसबीआइ के एटीएम गार्ड भगवान सिंह भंडारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हु
संवाद सहयोगी, खटीमा : एसबीआइ के एटीएम गार्ड भगवान सिंह भंडारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के रहस्य से 90 दिन बाद भी पर्दा नहीं उठ सका है। हालांकि मामले में छह संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी हो चुका है। वहीं, खुलासे में हो रही देरी से परिजनों में आक्रोश पनप रहा है।
बता दें कि कुटरा गांव के भगवान सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में आठ अगस्त की रात गांव के ही पूरन सिंह राणा के घर की सीढि़यों के पास बरामद हुआ था। इस घटना की कई स्तर पर जांच की गई, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आ सका। इस बीच बढ़ते जनाक्रोश पर मामले की जांच नए सिरे से पुलिस लाइन के निरीक्षक एनएन पंत कर रहे हैं। मामले में छह संदिग्धों का दिल्ली में पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जा चुका है, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं पहुंची है। रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस को कोई सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। इधर, मृतक के चाचा कैलाश सिंह भंडारी का कहना है कि इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अजय भट्ट ने भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख जल्द खुलासा करने के लिए कहा था, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। तहसील परिसर में विधायक की मौजूदगी में जो समझौता हुआ था, उसके अनुसार दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसको लेकर परिजनों एवं ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मिलेगा।