खराब दाल मिलने पर उपभोक्ताओं ने किया हंगामा
सितारगंज में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर उस समय हंगामे का माहौल खड़ा हो गया जब उपभोक्ताओं को दी गई दाल खराब निकली।
जागरण संवाददाता, सितारगंज : सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर उस समय हंगामे का माहौल खड़ा हो गया, जब उपभोक्ताओं को दी गई दाल खराब निकली। उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत सभासद से की। इसके बाद सभासद ने उपभोक्ताओं को दिए गए खराब दाल को तत्काल कोटेदार को वापस करा दिया। जानकारी होने पर विधायक सौरभ बहुगुणा ने अफसरों से वार्ता कर जवाब मांगा। एसएमओ ने कोटेदारों के पास पड़े खराब दालों को वापस गोदाम में भेजने के निर्देश दिए।
वार्ड संख्या पांच स्थित सस्ते गल्ले की दुकान पर शुक्रवार को उपभोक्ता अरहर की दाल लेने पहुंचे। कोटेदार ने उपभोक्ताओं को जो दाल दी, वह खराब थी। इस पर उन्होंने हंगामा किया और सभासद रवि रस्तोगी से शिकायत की। उन्होंने इसकी जानकारी विधायक सौरव बहुगुणा को दी। विधायक ने उपभोक्ताओं को दी गई खराब दाल वापस कर मामले की जांच कराने को कहा। इसके बाद पूर्ति निरीक्षक देवेंद्र धामी सस्ते गल्ले की दुकान पर पहुंचकर उपभोक्ताओं से दाल की जानकारी प्राप्त की। सस्ता गले के दुकानदार रमावती ने बताया कि इस माह दाल का आवंटन किया गया है। दाल खराब हो चुकी है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। सीनियर मार्केटिग ऑफिसर ओम नारायण मिश्रा ने कहा कि जिन सस्ते गल्ले की दुकानों पर खराब व एक्सपायरी दाल आवंटित हो चुकी है उसे कोटेदार तत्काल वापस करा दें। राशन की दुकानों पर नहीं बंट पा रहा ऑनलाइन खाद्यान्न
संवाद सहयोगी, खटीमा: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर खाद्यान्न का वितरण ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है। नेटवर्किग व साइट न चलने की वजह से उपभोक्ताओं को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।
सरकार ने सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों को ऑनलाइन कर दिया है। इसके तहत सरकार की ओर से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित राशन की दुकानों को लैपटॉप, प्रिंटर, बायो मैट्रिक डिवाइस, नेट शटर आदि दिए जा चुके हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को ऑनलाइन ही राशन वितरण करने के निर्देशित किया है। पूर्ति निरीक्षक हयात सिंह बुंगला ने बताया कि नेटवर्किग के चलते ऑनलाइन वितरण में कुछ दिक्कतें आ रही हैं, जिसे ठीक करा लिया जाएगा।