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ऊधमसिंह नगर जिले में 810 आंगनबाड़ी केंद्र बने निष्क्रिय

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में जिले के 810 आंगनबाड़ी केंद्र तीन माह से निष्क्रिय साबित हो रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट महिला एवं बाल विकास विभाग ने शासन को भेजी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 08:01 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 08:01 PM (IST)
ऊधमसिंह नगर जिले में 810 आंगनबाड़ी केंद्र बने निष्क्रिय
ऊधमसिंह नगर जिले में 810 आंगनबाड़ी केंद्र बने निष्क्रिय

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में जिले के 810 आंगनबाड़ी केंद्र तीन माह से निष्क्रिय साबित हो रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट महिला एवं बाल विकास विभाग ने शासन को भेजी है। मातृ वंदना योजना सप्ताह के कार्यक्रम के दौरान जब यह जानकारी सीडीओ तक पहुंची तो उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। सीडीओ ने जिले के सभी निष्क्रिय आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची परियोजनावार प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। सीडीओ ने कहा कि कई परियोजनाओं में निष्क्रियता का आंकड़ा 40 फीसदी तक है, जो चिता का विषय है। यदि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कार्य में सुधार नहीं किया तो उन्हें सेवामुक्त भी किया जा सकता है।

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विकास भवन सभागार में मंगलवार सुबह 10 बजे से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह की बैठक हुई। इस दौरान पूरे सप्ताह की कार्ययोजना के बारे में बात हुई। योजना के जिला समन्वयक मनोज सिंह ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से कार्यक्रम की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि योजना में लाभार्थियों के पंजीकरण के आंकड़े पर जिले को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला हुआ है। योजना में बेहतर कार्य करने वाले डीपी सीडीपीओ, सुपरवाइजर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को राज्य स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इस दौरान बताया गया कि जिले के 55 केंद्रों पर शून्य लाभार्थी हैं।

सीडीओ ने बाजपुर में प्रति व्यक्ति आय सबसे ज्यादा होने के बावजूद स्वास्थ्य समस्याओं में गिरावट को चिताजनक बताया। कार्यक्रम में डीडीओ अजय सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, सीएमओ शैलजा भट्ट, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी यशवंत सिंह, सुपरवाइजर लीला परिहार, नीलम नाथ, प्रीति, संगीता, ईशू चंद्रा, जया, कविता बडोला, किरन, विजय कुमार, कविता बडोला आदि मौजूद रहे।


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