मनरेगा कार्यो में 33 अधिकारियों का रोका गया वेतन
जागरण संवाददाता रुद्रपुर मनरेगा कार्यों में लापरवाही पर जिले के 33 अधिकारियों का वेतन रो
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर: मनरेगा कार्यों में लापरवाही पर जिले के 33 अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है। कार्य की मॉनीटरिग के लिए सभी अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य पूíत होने के बाद ही अधिकारियों को वेतन दिया जाएगा।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में धीमी गति से काम किए जाने पर सीडीओ ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश कई बार दिए। लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। विभागीय अधिकारियों के भी कई तर्क हैं, जिसके चलते कार्य प्रभावित होना बताया जा रहा है। जबकि सीडीओ मयूर दीक्षित ने कार्रवाई करते हुए सभी सात विकास खंड अधिकारियों व 26 ग्राम विकास अधिकारियों का वेतन एक माह के लिए रोक दिया है। सीडीओ मयूर दीक्षित ने बताया कि आवास योजना में मनरेगा के जरिए कार्य की गति काफी धीमी है। जिसके चलते कार्रवाई की गई है। जबकि पीडी हिमांशु जोशी ने बताया कि जिले के 90 आवास मनरेगा के चलते नहीं बन सके हैं। जिन्हें शीघ्र पूरा करने की योजना है।
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40 हजार मानव दिवस लक्ष्य मनरेगा में किए जा रहे कार्य में तेजी लाने के लिए सभी ग्राम विकास अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया है। जिसमें औसतन 40 हजार मानव दिवस का कार्य हर माह किया जाना है। डीडीओ अजय सिंह ने बताया कि इस तरह जून माह में कुल दो लाख 76 हजार मानव दिवस का लक्ष्य पूरे जिले का है। जिसमें एक लाख 51 हजार मानव दिवस पूरा कर लिया गया है।
---वर्जन--- मनरेगा योजना को जागृत करने के लिए कई गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। कार्य में प्रगति धीमी होने पर 26 ग्राम पंचायत अधिकारियों व सभी बीडीओ का वेतन रोका गया है। लक्ष्य पूरा होने के बाद ही वेतन जारी किया जाएगा।
-मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी, ऊधमसिंह नगर ---वर्जन--- मनरेगा योजना में मजदूरी काफी कम होने के कारण मजदूर मिलना बहुत मुश्किल हो गया है। लोग दूसरे कार्य करके 300 से 400 रुपए दिहाड़ी कमाते हैं। जबकि मनरेगा में इसका आधा भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में मजदूर जुटाना किसी चुनौती से कम नहीं है। ग्राम फुलैया, खटीमा में तालाब खुदाई व नाली सफाई का काम चल रहा है। जिसमें अभी तक ढाई हजार मानव दिवस में कार्य किया जा चुका है।
-जितेंद्र कुमार वर्मा, ग्राम प्रधान, फुलैया, खटीमा