300 करोड़ हो तो किसानों का हो भुगतान
ऊधमसिंह नगर जिले में किसानों को 300 करोड़ रुपये भुगतान करने का मामला अटका। विभाग के पास नहीं है बजट।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : धान खरीद हो चाहे गेंहू भुगतान को लेकर किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। खरीद का लक्ष्य क्रय केंद्रों ने पूरा कर लिया, लेकिन अब तक 20 हजार से अधिक किसानों के करीब 300 करोड़ रूपये का भुगतान नहीं हो सका है। ऐसे में किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू हो गई थी। मौसम साफ रहने के चलते धान की आवक में तेजी थी और 15 दिनों में खरीद का 70 फीसद का लक्ष्य पूरा हो गया जबकि कई ऐसे केंद्र थे, जिनमें तय लक्ष्य को पूरा कर लिया गया था। इसके बाद लक्ष्य बढ़ाया गया बढ़ाया गया। सहकारिता विभाग एवं यूसीएफ ने 19 लाख 98 हजार 452 क्विटल तौल किया है। इसमें एक लाख 81 हजार 124 क्विटल धान ग्रेड ए और 18 लाख 10 हजार 324 क्विटल कामन धान की खरीद हुई। जबकि कुल धान की खरीद 25 लाख 6783 हजार क्विटल हुई। इसमें नेफेड और खाद्य विभाग के आंकड़े शामिल है। सरकार ने भुगतान के मानक 48 घंटे में सुनिश्चित किया है। लेकिन अब तक भुगतान नहीं हो सका है। सहकारिता विभाग ने करीब 47 करोड़ का भुगतान किया है। ऐसे में करीब 20 हजार किसानों का भुगतान अब भी नहीं हो सका है।
एआर सहकारिता हरिश्चंद्र खंडूरी ने बताया कि करीब 300 करोड़ रूपये जारी हो तब कुल खरीद का भुगतान हो सकेगा। वहीं नेफेड और खाद्य विभाग के भी भुगतान न होने से किसान परेशान हैं।
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52 करोड़ रुपये का बिल आया है, जल्द भुगतान किया जाएगा। एकमुश्त सरकार बजट देगी तभी एक साथ भुगतान हो सकेगा। इसके अलावा जिन किसानों की तौल अभी शेष है वह अपना खाद्य विभाग के क्रय केंद्र पर तौल करा सकते हैं।
- ललित मोहन रयाल, खाद्य नियंत्रक, कुमाऊं