22 अवैध ई टिकट के साथ एक
जागरण संवाददाता काशीपुर आरपीएफ ने एक साइबर कैफे में छापा मार कर जांच की तो 22 अवै
जागरण संवाददाता, काशीपुर: आरपीएफ ने एक साइबर कैफे में छापा मार कर जांच की तो 22 अवैध ई-टिकट जब्त कर लिया। आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया। इससे इस फर्जी काम में जुड़े लोगों में हड़कंप मचा रहा।
महानिदेशक /आरपीएफ आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर साइबर कैफे की आड़ में ऑनलाइन फर्जी पर्सनल यूजर आईडी के जरिये से अवैध रेलवे ई. टिकट बनाकर अधिक मूल्य पर ग्राहकों को बेचने की कालाबाजारी की शिकायत पर मंडल सुरक्षा आयुक्त/ इच्जत नगर अमिताभ सख्त हो गए। उनके निर्देश पर काशीपुर रेलवे स्टेशन के आरपीएफ इंचार्ज उपनिरीक्षक शिवराम मीणा की अध्यक्षता में टीम गठित की गई। टीम ने अवैध रेलवे ई. टिकट बनाने वालों पर नजर रखी तो वैशाली कॉलोनी स्थित कपाड़ी स्वीट्स कॉमन सर्विस सेंटर साइबर कैफे में फर्जी पर्सनल यूजर आइडी पर अवैध आरक्षित ई-टिकट बनाने का पता चला। टीम ने गुपचुप साइबर कैफे में गुरुवार को छापा मारा तो कैफे संचालक मनोज बिष्ट पुत्र गोपाल सिंह बिष्ट निवासी वैशाली कॉलोनी को ई टिकट बनाते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित के पास से विभिन्न फर्जी आइडी बनाकर आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर ग्राहकों को बेचने के लिए बनाए गए काशीपुर, मुरादाबाद से लखनऊ ,रांची, रेवाड़ी, हरिद्वार दिल्ली ,गाजियाबाद, चंडीगढ़,फतेहपुर, आनंद विहार, शाहगंज, बांदीकुई, रायपुर व अन्य कई जगहों के करीब 14735/- के कुल 22 अवैध रेलवे के अवैध ई. टिकट बरामद किए। टिकटों के अवैध कारोबार करने के लिए बनाई गई करीब आधा दर्जन फर्जी आईडी का खुलासा हुआ। जिन पर अवैध तरीके से बनाए गए टिकटों की डिटेल तफ्तीश आईआरसीटीसी मुख्यालय दिल्ली से प्राप्त किया जाएगा। टीम द्वारा अवैध ई टिकटिग बनाने के प्रयोग में लाए जा रहे, लैपटॉप, प्रिटर , वाई-फाई व अन्य सामग्री, 3350 रुपये, फर्जी आईडी,पासवर्ड व टिकटों का जिक्र एक डायरी जब्त कर लिया गया। आरोपित ने बताया कि वह करीब 14 माह से रेल टिकटों के अवैध कारोबार में शामिल है । दुकान संचालक द्वारा प्रति टिकिट ग्राहक से टिकट के वास्तविक मूल्य से 200 से 300 रुपया अधिक लिया जाता था। आरोपित गोपाल के खिलाफ आरपीएफ थाना काशीपुर पर रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मीणा ने बताया गया कि साइबर कैफे की आड़ में रेलवे अवैध टिकटों का अवैध कारोबार करने वाले कई और दुकानदार आरपीएफ की रडार पर हैं। पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित कर जल्द ही सिविल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया जाएगा। रेलवे की टिकटों की कालाबाजारी से जरूरतमंद आम यात्रियों को समय से रेलवे टिकट नहीं मिल पाता है यदि जुगाड़ बाजी से मिलता भी है तो टिकट के मूल्य से अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। ई. टिकटों की कालाबाजारी के विरुद्ध अभियान आगे भी जारी रहेगा टीम में कॉन्स्टेबल उमेश कुमार शर्मा, कांस्टेबल जसवीर कुमार थे।