सूर्या रोशनी के जीएम से 20 लाख की ठगी
संवाद सहयोगी काशीपुर आयकर अधिकारी बनकर साइबर ठगों ने सूर्या रोशनी कंपनी के महाप्रबं
संवाद सहयोगी, काशीपुर: आयकर अधिकारी बनकर साइबर ठगों ने सूर्या रोशनी कंपनी के महाप्रबंधक अकाउंट से 20 लाख रुपए की ठगी कर ली। पुलिस ने साइबर सेल से आई रिपोर्ट के आधार पर महिला समेत पांच ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
राजीव सिंघल पुत्र लालता प्रसाद निवासी सूर्या रोशनी कैंपस परिसर काशीपुर ने कुंडा थाने में दी तहरीर में बताया कि वह मुरादाबाद रोड स्थित सूर्या रोशनी लिमिटेड में महाप्रबंधक अकाउंट के पद पर कार्यरत हैं। 20 फरवरी को उसके मोबाइल पर अज्ञात महिला का फोन आया, महिला ने बताया कि उसका नाम रितू है और वह आयकर विभाग नोएडा में कार्यरत है। उन्होंने ऑनलाइन मार्केटिग कंपनियों पर छापामारी की है। जिसमें बेगिट टूडे, शॉप चैरी आदि शामिल हैं। इन कंपनियों में ऑनलाईन ट्रांजेक्शन में बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा मिला है। आयकर विभाग इनके विरुद्ध छापामारी की तैयारी कर रहा है। इसी मामले में इनकम टैक्स में आपके विरुद्ध भी साक्ष्य मिले हैं। विभाग की टीम जल्द ही सूर्या रोशनी लिमिटेड फैक्ट्री परिसर स्थित कार्यालय व आवास पर आएगी। महिला ने 21 फरवरी को पीड़ित की ईमेल आइडी पर मेल भेजा। जिसमें वेरीफिकेशन आदि के बारे मे पूछा गया। दोबारा कॉल आई और शीघ्र ही छापामारी की बात कही गई। फैक्ट्री में कोई व्यवधान न पडे़ यह सोच कर पीड़ित ने ठग के खाते में एक लाख रुपए डाल दिए। विवेक नाम के व्यक्ति ने भी उन्हें कॉल की। पीड़ित ने मजबूर होकर आरोपित विवेक द्वारा बताए गए अलका सिंह के गाजियाबाद के बैंक खाते में 60 हजार, इनकम टैक्स विभाग की टीम को रोकने के एवज में तीन लाख रुपए, 10 मार्च 2019 को गाजियाबाद के आंध्रा बैंक के अलका सिंह के खाते में ढ़ाई लाख, 12 मार्च 2019 को तीन लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। 12 मार्च को राहुल नाम के व्यक्ति की कॉल आई उसने कहा कि उसे 2 लाख 23 हजार की दो ट्रांजेक्शन करनी होगी जो रिफंडेबल हैं। उसने यह रकम भी आरोपितों के खाते में डाल दी। 4 अप्रैल को राहुल का पुन: फोन आया कि छह लाख की एक ट्रांजिक्शन करनी होगी जो रिफंडेबल है। उसने यह रकम भी अलका सिंह के गाजियाबाद स्थित आंध्रा बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दी। 8 मई को रितू नाम की महिला का फोन आता है कि अभी तक जमा राशि को वापस लेने के लिए उसे 2 लाख 10 हजार की रकम जमा करनी होगी। इस प्रकार पीड़ित ने कुल मिलाकर ठगों के खाते में कुल 20 लाख 76 हजार दो सौ रुपए जमा कर दिये। आरोपित वाट्सएप पर लगातार मैसेज भेजकर उसे डरा धमका रहे हैं। राजीव सिघल ने 24 अगस्त को कुंडा थाने में ठगी की तहरीर दे दी थी। साइबर सेल से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने 14 सितंबर को इस मामले में सोनिया विहार पूर्वी दिल्ली निवासी विकास गर्ग, सैक्टर 22 गौतम बुद्ध नगर उप्र निवासी ब्रिजेश कुमार, शाहदरा दिल्ली निवासी संतोष कुमार, सेक्टर 20 गौतम बुद्धनगर निवासी प्रिदेश कुमार, इन्द्रापुरम गाजियाबाद निवासी अलका सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
इनसेट
24 अगस्त को सौंपी गई थी तहरीर--
कुंडा थाना पुलिस ने राजीव सिघल के साथ हुई ठगी की रिपोर्ट 14 सितंबर को दर्ज की थी। जबकि 24 अगस्त को राजीव सिघल ने घटना के बावत तहरीर पुलिस को सौंप दी थी। लंबे समय तक पुलिस मुकदमे को छिपाए रही, लेकिन आखिरकार गुरुवार को घटना सार्वजनिक हो ही गई। इतनी बड़ी ठगी करने वाले पांचों साइबर ठग अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।