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जिले के 15 कच्चा आढ़ती पांच साल के लिए ब्लैक लिस्टेड

प्रशासन धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले 15 कच्चे आढ़तियों को पांच साल के लिए काली सूची में डाल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 12:15 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:06 AM (IST)
जिले के 15 कच्चा आढ़ती पांच साल के लिए ब्लैक लिस्टेड
जिले के 15 कच्चा आढ़ती पांच साल के लिए ब्लैक लिस्टेड

जासं, रुद्रपुर : प्रशासन धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले 15 कच्चे आढ़तियों को पांच साल के लिए काली सूची में डाल दिया गया है। यह सभी अब पांच साल तक धान की खरीदारी नहीं कर पाएंगे। ब्लैक लिस्टेड में सितारगंज के 13 व खटीमा के दो आढ़ती शामिल हैं।

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किसानों को उपज का वाजिब दाम मिल सके, इसके लिए क्रय केंद्र खोले गए हैं। साथ ही मंडियों में भी धान की खरीदारी हो रही है। कच्चे आढ़ती भी धान क्रय करते हैं। कच्चे आढ़तियों का लाइसेंस मंडी समितियां देती हैं। मंडी बोर्ड के साथ प्रशासन ने खरीद में लापरवाही बरतने वालों पर सख्ती की है। जिससे किसानों को धान बेचने व दो दिन में भुगतान करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो सके। कुछ कच्चे आढ़ती धान क्रय करने में आनाकानी करने लगे थे।इसे प्रशासन के साथ संभागीय खाद्य नियंत्रक ने भी गंभीरता से लिया। जांच में पाया गया कि सितारगंज के 13 व खटीमा के दो कच्चे आढ़ती किसानों का धान क्रय करने में मनमानी कर रहे थे। इन आढ़तियों से जवाब मांगा गया था। जवाब में पाया गया कि कुछ आढ़ती ने एफडीआर जमानत धनराशि जमा की थी, तब धान खरीद नीति नहीं आई थी। आढ़ती के पास धान का भुगतान दो दिन में न करने क्षमता थी। राइस मिलरों की कुटाई की जमानत धनराशि भी जमा नहीं की गई थी। कोरोना महामारी के समय किसानों को उनके उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी आढ़ती नहीं दे पा रहे थे। आढ़ती अपना हित देखते थे। खरीद नीति को बाधित किया। इससे किसानों को उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल सका। इस पर संभागीय खाद्य नियंत्रक कुमाऊं ललित मोहन रयाल ने सितारगंज की 13 व खटीमा की दो फर्मों को पांच साल के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया। खाद्य विभाग के कमीशन एजेंट के कार्य के लिए वर्ष, 2020-21 से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऐसे में आढ़ती धान क्रय नहीं कर पाएंगे। इससे आढ़तियों में खलबली मची है।

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इन्हें किया गया ब्लैक लिस्टेड

सितारगंज की मैसर्स किसान ट्रेड सीड्स, वीके ट्रेडर्स, श्रीजी एग्रो, हरियाणा इंडस्ट्रीज, एमवी एग्रो मिल्स, आनंद ट्रेनिग कंपनी, संदीप इंडस्ट्रीज, रवि इंडस्ट्रीज, जीएलडी एग्रो फूड्स, रामश्याम सीड्स, राम श्याम इंडस्ट्रीज, सिघल ट्रेडर्स, बालाजी ट्रेडर्स और खटीमा की बाला जी, टीजी सेलर फर्म है।

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धान क्रय में मनमानी करने वाले कच्चे आढ़तियों को पांच वर्ष यानि इस साल व आगामी चार साल के लिए विभाग के कमीशन एजेंट के कार्य करने पर प्रतिबंधित किया गया है। इनमें सितारगंज के 13 व खटीमा के दो हैं। धान खरीद में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

- ललित मोहन रयाल, संभागीय खाद्य नियंत्रक कुमाऊं


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