दिखोलगांव में विरोध के बीच काम शुरू
संवाद सहयोगी, चंबा: दिखोलगांव में चंबा-ऋषिकेश ऑलवेदर रोड का काम आखिरकार तीस दिन बाद शुरू हो पाया। हा
संवाद सहयोगी, चंबा: दिखोलगांव में चंबा-ऋषिकेश ऑलवेदर रोड का काम आखिरकार तीस दिन बाद शुरू हो पाया। हालांकि ग्रामीणों ने काम का विरोध भी किया, लेकिन बीआरओ व निर्माण कंपनी के लोगों के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए, तब काम शुरू हो पाया। वहीं, ग्रामीणों का साफ कहना था कि वे अपने खेतों को सड़क के लिए तो नहीं कटने देंगे।
चंबा-ऋषिकेश ऑलवेदर रोड का काम आखिरकार तीस दिन बाद शुरू हो पाया। हालांकि दिखोलगांव के ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन बीआरओ व निर्माण कंपनी के लोगों के ग्रामीणों को समझाने के बाद वे शांत हुए और सड़क का काम होने दिया। शनिवार को करीब 11 बजे जैसे ही निर्माण कंपनी की जेसीबी मशीन व उसके लोग दिखोलगांव पहुंचे और उन्होंने काम शुरू किया तो ग्रामीण खासकर महिलाएं मशीन के आगे खड़ी हो गई और उन्होंने काम का विरोध किया। कहा कि पहले उनकी एक समान प्रतिकर की मांग मानी जाए, उसके बाद वे काम होने देंगे, जिस पर बीआरओ के दिल्ली से आए इंजीनियर एसएन पुर्वाल और अन्य ने ग्रामीणों को समझाया और कहा कि उनकी मांग जायज है, लेकिन वे सड़क का काम होने दें। उन्होंने ग्रामीणों को यह कहकर शांत कराया कि जहां तक सरकारी भूमि है और जिस जमीन का प्रतिकर दिया जा चुका है, वे वहां तक ही सड़क बनाएंगे। उसके बाद ग्रामीण शांत हुए और उन्होंने सड़क का काम होने दिया। दिन भर में निर्माण कंपनी ने करीब सौ मीटर से अधिक सड़क बनाई।
दूसरी ओर, एक समान प्रतिकर की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना 30वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि वे सड़क के आगे का काम नहीं होने देंगे। ग्रामीण पिछले तीस दिनों से अपनी मांग को लेकर गांव में धरना दे रहे हैं और एक माह से ऑलवेदर रोड का निर्माण कार्य ठप पड़ा था। वहीं, नागणी में जड़धारगांव के ग्रामीणों का सही प्रतिकर देने की मांग को लेकर धरना चौथे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर ग्रामीण हिकमत ¨सह, वीर ¨सह, अजीत ¨सह नेगी, चरण ¨सह, कर्मवीर ¨सह, वीर ¨सह, किसान संघर्ष समिति दिखोलगांव के रणवीर ¨सह, कमल ¨सह, बिजेंद्र ¨सह, आनंद ¨सह, ज्ञान ¨सह, मीरा देवी, दयाल ¨सह, बचन ¨सह, जलमा देवी, प्यारा देवी, बसंती देवी, शैला देवी, शौंला देवी, शशि देवी, मकान ¨सह आदि मौजूद थे।