पुलिस ने खंगाले कलक्ट्रेट में सीसीटीवी
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: बीती शाम डीएम कार्यालय के सामने जहर खाकर आत्महत्या करने वाले ग्रामीण के मा
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: बीती शाम डीएम कार्यालय के सामने जहर खाकर आत्महत्या करने वाले ग्रामीण के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बुधवार को पुलिस ने कलक्ट्रेट में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वहीं मृतक के पास से मिले पत्र में उसने परिवार पर भी आरोप लगाए हैं।
बीती शाम टिहरी डीएम कार्यालय में मदन ¨सह मेहर 40 पुत्र जीत ¨सह ग्राम जामणी पोस्ट ऑफिस नागराजाधार तहसील कंडीसौड़ ब्लॉक थौलधार कर्मचारियों को बेसुध हालत में मिला था। उसे जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मृतक के पास से एक स्प्राइट बोतल मिली थी। आशंका है कि उसमें विषाक्त मिलाया था। बुधवार को पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं कलक्ट्रेट में लगे सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने देखे। इससे पता चला कि ग्रामीण बाहर से ही जहर पीकर आया था और वहां आने के कुछ देर बाद ही वह वहां लगे बेंच पर बैठने के बाद बेहोश हो गया। नई टिहरी प्रभारी थानाध्यक्ष मयंक त्यागी ने बताया कि मृतक के पास कुछ पुराने पत्र मिले थे। इनमें से एक पत्र में उसने अपनी पत्नी और अन्य परिजनों पर आरोप लगाए थे कि वह उसे खुश नहीं देखना चाहते। इन पत्रों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
मदन को लेना था पांच लाख लोन
मृतक मदन ¨सह ने खादी ग्रामोद्योग विभाग से पांच लाख के लोन के लिए आवेदन किया था। इसके दस्तावेज उसने पूरे कर लिए थे और 19 से 24 मार्च के बीच नई टिहरी में चल रहे उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग भी किया था, लेकिन लोन लेने से पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। उद्योग विभाग के महाप्रबंधक महेश प्रकाश ने बताया कि उक्त व्यक्ति ने पांच लाख के लोन के लिए आवेदन किया था जो पास हो गया था। प्रशिक्षण के बाद उसे लोन दिया जाना था।
नहीं बन रहा था गारंटर
मृतक मदन ¨सह के रिश्तेदार उम्मेद ¨सह ने बताया कि मदन ¨सह ने लोन के लिए आवेदन किया था और उसका लोन पास हो गया था। लेकिन उसका गारंटर बनने के लिए कोई तैयार नहीं था। शायद इस वजह से भी वह मानसिक तनाव में था। उसकी चिन्यालीसौड़ में कपड़े की दुकान भी थी।
कांग्रेस ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
कांग्रेस ने डीएम कार्यालय में आत्महत्या करने वाले ग्रामीण के मामले में प्रशासन से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरज राणा ने कहा कि डीएम कार्यालय में ग्रामीण ने आत्महत्या की है जो बेहद गंभीर बात है। ऐसे में इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।