नाबालिग बहनों के मामले में पुलिस पर उठाए सवाल
जागरण संवाददाता, नई टिहरी : राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने जिला कार्यालय सभागार में स
जागरण संवाददाता, नई टिहरी : राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने जिला कार्यालय सभागार में समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को बाल अधिकारों की अनदेखी नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने पिछले वर्ष नई टिहरी में कार्यरत डॉक्टर की ओर से दो सगी बहनों को घर में बंधक बनाकर रखने के मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
सोमवार को जिला सभागार में राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने जनपद में बाल अधिकारों की स्थिति की समीक्षा करते हुए शिक्षा के अधिकार के तहत दिव्यांग, गरीब, अनाथ तथा पीड़ित बच्चों के लिए विशेष अध्यापकों की तैनाती के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने झारखंड की नाबालिग सगी बहनों के एक डॉक्टर की ओर से घर में रखकर उनसे काम करवाने के मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने एसएसपी डॉ. योगेंद्र ¨सह को आरोपित को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। इस पर एसएसपी ने बताया कि इस मामले में दोबारा से विवेचना की जा रही है। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष नेगी ने मिड-डे-मिल के तहत बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बालश्रम के मामलों को रोकने के लिए अध्यक्ष नेगी ने जिला स्तर पर गठित टास्क फोर्स समिति को और अधिक सक्रिय रहने के निर्देश दिए। इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने संबंधित अधिकारियों को बाल संरक्षण आयोग के निर्देशों का अनुपालन तथा इस दिशा में संवेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एसएसपी डॉ. योगेंद्र ¨सह रावत, सदस्य बाल संरक्षण आयोग सीम, शांता त्रिपाठी, सीएमओ भागीरथी जंगपांगी, जिला शिक्षाधिकारी बेसिक एसएस बिष्ट, एसपी सेमवाल, एआरटीओ जेएस मिश्रा आदि मौजूद रहे।