जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है जनता
थौलधार विकासखंड में आधा दर्जन मोटर मार्ग निर्माण के वर्षों बाद भी अभी तक आरटीओ से पास नहीं हो पाए हैं जिस कारण स्थानीय जनता को जोखिम के साथ सफर करना पड़ रहा है।
संवाद सूत्र, कंडीसौड़ : थौलधार विकासखंड में आधा दर्जन मोटर मार्ग निर्माण के वर्षों बाद भी अभी तक आरटीओ से पास नहीं हो पाए हैं जिस कारण स्थानीय जनता को जोखिम के साथ सफर करना पड़ रहा है।
थौलधार विकासखंड के मध्य से गुजरते ऋषिकेश-यमनोत्री गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग खंड चंबा की करीब साढ़े तीन सौ किमी लंबाई के एक दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग निर्मित हैं इनमें आधा दर्जन से अधिक मोटर मार्ग निर्माण के वर्षों बाद भी अभी तक आरटीओ पास नहीं हो पाए हैं जिनमें बंगियाल-तिखोन,बंगियाल-भमोरीखाल, मैंडखाल-गैर नगुण, कांदला-महेड़ा, कांदलाबैंड-महेड़ा, सेलूर-रौल्यालुकीकोटी, कांसी-कोटीमहरूकी उनियालगांव-नागराजधार आदि शामिल हैं। उक्त सभी मोटर मार्गों को निर्मित हुए छह साल से अधिक का समय हो गए है स्थानीय स्तर पर यातायात भी संचालित हो रहा है। अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों तक की उदासीनता का परिणाम है कि आधा दर्जन से अधिक सड़कें आरटीओ पास तक नहीं हो पाई हैं। मैंडखाल-गैर नगुण, बंगियाल-तिखोन का सुधारीकरण पिछले चार-पांच वर्षों से पीएमजीएसवाइ से किया जा रहा है कितु अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। ब्लाक प्रमुख प्रभा बिष्ट का कहना है कि क्षेत्र की सड़कों के प्रति शासन-प्रशासन एवं संबंधित विभाग उदासीन बना हुआ है। लोनिवि खंड चंबा के अधिशासी अभियंता प्रवेश नेगी का कहना है कि उन्हें कार्यभार संभाले एक माह हुआ है सभी सड़कों का निरीक्षण कर लिया गया है। जो आरटीओ पास नहीं हो पाई है उसके लिए प्रयास किया जाएगा। वहीं पीएमजीएसवाइ के सहायक अभियंता जेके सैनी का कहना है कि मैंडखाल-गैर नगुण मोटर मार्ग का कार्य दो सप्ताह के अंदर पूर्ण किया जाएगा।