डीएम की चौखट में धरने पर बैठे विधायक
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: जिला प्रशासन के साथ त्रिस्तरीय बैठक के दौरान अलकनंदा हाईड्र
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: जिला प्रशासन के साथ त्रिस्तरीय बैठक के दौरान अलकनंदा हाईड्रो पावर (जीवीके) कंपनी के अधिकारियों की मनमानी से गुस्साए विधायक विनोद कंडारी बैठक से उठकर चले गए और डीएम कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। सवा दो घंटे बाद जब कंपनी के कर्मचारियों ने चौरास में सड़क मार्ग की मरम्मत का काम शुरू किया, जब विधायक धरने से उठे।
शनिवार को अलकनंदा हाईड्रो पावर कंपनी के अधिकारियों और प्रशासन व देवप्रयाग विधायक के बीच बांध प्रभावितों की मांगों को लेकर नई टिहरी में डीएम कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि ग्रामीणों की मांगों पर कंपनी अधिकारी गंभीरता से काम नहीं कर रहे हैं। बांध प्रभावित चौरास में सड़कों की बुरी हालत है। 23 जुलाई 2018 को इस संबंध में शासन में कंपनी अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, लेकिन उसके बाद भी अभी तक कंपनी ने ग्रामीणों की मांगों पर कार्य शुरू नहीं किया है, जिस कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
विधायक कंडारी ने बैठक में कंपनी अधिकारियों को चौरास क्षेत्र में खराब सड़कों की हालत सुधारने को कार्य करने के लिए कहा, लेकिन कंपनी अधिकारी नहीं माने। इस पर लगभग पौने एक बजे विधायक डीएम कार्यालय के बाहर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान एसडीएम नूपुर वर्मा ने उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन विधायक नहीं माने। विधायक के धरने पर बैठते ही कंपनी अधिकारियों ने आननफानन सड़क सही कराने का काम शुरू कराया। इसके बाद विधायक के समर्थकों ने जब फोन पर दोपहर तीन बजे उन्हें इसकी जानकारी दी, तो विधायक सवा दो घंटे बाद धरने से उठे और इसके बाद बैठक में गए। विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि कंपनी अधिकारियों को ग्रामीणों की मांगें पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में कंपनी के प्रबंधक संतोष रेड्डी, सुकुमारन, आरएस चौहान आदि मौजूद रहे।
कंपनी को शासन के निर्देशों के अनुसार ग्रामीणों की समस्याएं दूर करने और उनकी मांगें पूरी करने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं।
सोनिका, डीएम टिहरी गढ़वाल