स्थानीय नेटवर्क ध्वस्त करना जरूरी: ले. कर्नल बिष्ट
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: पुलवामा हमले के बाद हर तरफ पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ अ
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: पुलवामा हमले के बाद हर तरफ पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ आक्रोश है। टिहरी के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रिटायर्ड ले. कर्नल सीबीसी बिष्ट का कहना है कि आतंकवाद खत्म करने के लिए पहले घाटी में आतंकियों का स्थानीय नेटवर्क खत्म करना होगा। वहां सेना को पत्थर मारे जाते हैं, इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है।
ले. कर्नल सीबीसी बिष्ट का कहना है कि कश्मीर से अगर आतंक को खत्म करना है तो सेना को पूरी छूट देनी पड़ेगी। अगर पहले से ही सेना को छूट दी होती तो आज आतंक इतना नहीं बढ़ता। स्थानीय स्तर पर जो लोग आतंकवादियों का समर्थन करते हैं, उन्हें भी सबक सिखाने की जरूरत है। हमें पहले घर को ठीक करना होगा, इसके बाद बाहर से निपटना होगा। वर्ष 2014 में सेना से रिटायर ले. कर्नल सीबीसी बिष्ट कहते हैं कि आज घाटी में मोबाइल और व्हाट्सएप जैसे संचार साधन आतंवादियों के सबसे बड़े हथियार हैं। उन्हें पल-पल की सूचना मिलती है। पुलवामा हमले में भी सीआरपीएफ का काफिला गुजरने की खबर पर आतंकी घात लगाए बैठे थे। ऐसे में इन संचार साधनों पर भी नजर रखने की जरूरत है।
शहीद के पिता बोले, आतंकियों का खात्मा हो: ¨हडोलाखाल ब्लॉक के मूल्यागांव निवासी दीपचंद तीन जनवरी 2015 को अरुणाचल प्रदेश में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शहीद दीपचंद के पिता 68 वर्षीय भगवान ¨सह का कहना है कि पुलवामा की घटना के बाद सरकार को आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई छेड़नी चाहिए। शहीद की पत्नी संगीता का कहना है कि आतंकवादियों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ना चाहिए।