डैम टाप से नहीं जाने दिया बीमार महिला को, रास्ते में मौत
टिहरी बांध के डैम टाप के ऊपर से रात में एक बीमार महिला को सीआइएसएफ के जवानों ने अस्पताल नहीं जाने दिया जिस कारण उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। पूर्व पर्यटन मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के निर्देश के बाद भी सीआइएसएफ ने बीमार महिला को नहीं जाने दिया। जिस कारण उसे समय पर उपचार नहीं मिला और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी : टिहरी बांध के डैम टाप के ऊपर से रात में एक बीमार महिला को सीआइएसएफ के जवानों ने अस्पताल नहीं जाने दिया, जिस कारण उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। पूर्व पर्यटन मंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के निर्देश के बाद भी सीआइएसएफ ने बीमार महिला को नहीं जाने दिया। जिस कारण उसे समय पर उपचार नहीं मिला और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पूर्व पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने 27 मई को अपने टिहरी दौरे के दौरान टिहरी बांध के डैम टाप से 24 घंटे वाहनों की आवाजाही के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि बीमार व्यक्तियों को किसी भी वक्त डैम टाप से जाने दिया जाए। लेकिन उसके बाद भी टीएचडीसी और सीआइएसएफ ने इस संबंध में सकारात्मक कदम नहीं उठाए। बीती चार जून को जाखणी कोटी खास गांव निवासी लोकेंद्र पंवार की पत्नी प्रियंका पंवार की तबीयत खराब होने पर रात डेढ़ बजे उसे अस्पताल लाया जा रहा था। लेकिन, सीआइएसएफ के जवानों ने बीमार महिला को डैम टाप के ऊपर से नहीं जाने दिया। जिस कारण महिला को जीरो ब्रिज रोड से लाना पड़ा। इस अतिरिक्त सफर में पौने घंटे से ज्यादा का समय लग गया और महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। महिला का दो साल का बेटा भी है। पूर्व मंत्री धनै ने कहा कि इस मामले में सीआइएसएफ की गलती के कारण ही महिला की मौत हुई है। अगर समय पर महिला अस्पताल पहुंच जाती तो संभवत उसकी जान बच जाती।
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महिला की मौत के मामले में मैं मीडिया में बयान नहीं दे सकता हूं। हालांकि इस मामले में हमारे स्तर से जांच कराई जा रही है।
प्रदीप कुमार, डिप्टी कमांडेंट सीआइएसएफ टिहरी बांध