Dobra Chanthi bridge: ट्रायल के दौरान डोबरा-चांठी पुल के एंकर ब्लॉक में फंसी ड्रिल मशीन
डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज के एंकर ब्लॉक के ट्रीटमेंट से पहले हुए ट्रायल के दौरान ही ड्रिल मशीन एंकर ब्लॉक में फंसकर टूट गई।
नई टिहरी, जेएनएन। टिहरी झील पर बन रहे देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज के एंकर ब्लॉक के ट्रीटमेंट की प्रक्रिया लोनिवि ने शुरू कर दी है। हालांकि, ट्रीटमेंट से पहले हुए ट्रायल के दौरान ही ड्रिल मशीन एंकर ब्लॉक में फंसकर टूट गई। नतीजा, ट्रायल का काम रोकना पड़ा है। अब ट्रायल कर रही कंपनी ने देहरादून से दूसरी ड्रिल मशीन मंगाई है।
जनवरी के आखिर में केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआइ) दिल्ली ने लोनिवि को पुल के एंकर ब्लॉक की जांच रिपोर्ट सौंपी थी। इसमें एंकर ब्लॉक में आई दरारों को भरने के साथ ही एंकर ब्लॉक के चैंबर की क्षमता परखने की बात कही गई थी। इसके बाद लोनिवि ने एक निजी कंपनी को ट्रीटमेंट वर्क के ट्रायल के लिए बुलाया, क्योंकि ट्रायल के बाद ही एंकर ब्लॉक में होने वाले काम का स्टीमेट तैयार होना है। पर ट्रायल के दौरान कंपनी की ड्रिल मशीन एंकर ब्लॉक के चैंबर की दीवार में फंसकर टूट गई।
दरअसल, दीवार के एक मीटर मोटी होने के कारण यह परेशानी आई। इसे देखते हुए लोनिवि ने कंपनी से दूसरी मशीन मंगाई है। डोबरा-चांठी पुल के प्रोजेक्ट इंजीनियर एसएस मखलोगा ने बताया कि एंकर ब्लॉक में पड़ी दरारों को भरने के साथ ही ट्रीटमेंट के तहत कुछ और कार्य भी होना है। इसके लिए एक कंपनी से ट्रायल कराया जा रहा है। बताया कि दीवार में ड्रिल मशीन फंसने के बाद अब अन्य भारी मशीनें मंगाई गई हैं। ट्रायल के बाद स्टीमेट बनाया जाएगा और फिर ट्रीटमेंट का काम शुरू होगा।
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डोबरा-चांठी पुल पर एक नजर
टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर क्षेत्र को जोड़ने वाले डोबरा-चाठी पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है। जबकि, 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड और 25 मीटर स्टील गार्डर चाठी साइड है। पुल की कुल चौड़ाई सात मीटर है, जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई साढ़े पाच मीटर होगी। जबकि, फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है।
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