बांध प्रभावितों को रियायती दरों पर दी जाए बिजली
नई टिहरी नागरिक मंच ने बांध प्रभावितों को नई टिहरी शहर में निश्शुल्क पेयजल एवं रियायती दरों पर बिजली मुहैया कराए जाने की मांग की है। इसको लेकर मंच ने ई-मेल से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: नई टिहरी नागरिक मंच ने बांध प्रभावितों को नई टिहरी शहर में निश्शुल्क पेयजल एवं रियायती दरों पर बिजली मुहैया कराए जाने की मांग की है। इसको लेकर मंच ने ई-मेल से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।
नागरिक मंच ने चार दिसंबर को प्रधानमंत्री के उत्तराखंड के प्रस्तावित दौरे का स्वागत किया है। साथ ही ज्ञापन के माध्यम से मंच ने कहा कि टिहरी के निवासियों की संपूर्ण परिसंपत्तियां टिहरी बांध परियोजना ने राष्ट्रहित में अध्याप्त कर ली। वर्ष 1998 में ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार ने टिहरी बांध विस्थापितों की समस्याओं के समाधान को हनुमंत राव कमेटी का गठन किया था। समिति ने विस्तृत अध्ययन एवं सर्वेक्षण के बाद टिहरी बांध विस्थापितों के हित में अपनी रिपोर्ट में कई संस्तुतियां की, जिसमें टिहरी बांध विस्थापितों को 15 रुपये प्रतिमाह एक समान प्रभार पर बिजली का एक कनेक्शन देने व रियासती दरों पर बिजली उपलब्ध करवाना शामिल है। यह भी तय हुआ था कि विस्थापितों को घुत्तु ग्रेविटी का साफ व निश्शुल्क पानी उपलब्ध कराया जाएगा। मंच का कहना है कि आज तक उक्त संस्तुतियों को लागू नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि उक्त दोनों मांगों का समाधान करवाया जाए। ज्ञापन देने वालों में मंच के अध्यक्ष सुंदरलाल उनियाल, मंत्री चंडी प्रसाद डबराल, कमल सिंह महर, करम तोपवाल, किशोरीलाल चमोली, नरोत्तम जखमोला, गुरु प्रसाद भट्ट आदि शामिल थे। मनरेगा कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार
नारायणबगड़: मांगों को लेकर मनरेगा कर्मियों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। कर्मियों ने खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांगों का निराकरण करने की अपील की।
मनरेगा कर्मियों ने हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड के मनरेगा कर्मियों को ग्रेड पे का लाभ देने की मांग की। मनरेगा कर्मियों को सम्मानजनक मानदेय देने, हड़ताल अवधि 84 दिन के मानदेय का अतिशीघ्र भुगतान करने, कोविड काल में किए गए कार्य को लेकर मनरेगा कर्मियों को कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की। मांगों के समर्थन में कार्य बहिष्कार कर ब्लाक कार्यालय परिसर में कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किया। खंड विकास अधिकारी को दिए ज्ञापन में बताया कि यदि सरकार की ओर से उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। इस अवसर पर खुशाल बिष्ट, प्रमोद नेगी, महावीर नेगी, अनुसुया पुरोहित, ललित नेगी, राधाकृष्ण सती, वास्पानंद जोशी, उर्मिला मेहरा, गीता देवी, अनूप नेगी आदि शामिल थे।(संसू)