डिजिटल दौर में साइबर अपराधी बड़ी चुनौती: डीजीपी
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि परंपरागत अपराधों की चुनौती बढ़ गयी है।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि परंपरागत अपराधों से हटकर अब पुलिस को साइबर अपराध से निपटने के लिए तैयार होना होगा। वह सोमवार देर शाम को यहां बहुउद्देश्यीय हॉल में आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे।
डीजीपी ने कहा कि डिजीटल क्रांति के इस दौर में अब अपराधी भी डिजिटल हो गए हैं और वह दुनिया के किसी गुमनाम जगह पर बैठकर साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इसलिए उनसे निपटने के लिए पुलिस को भी अपनी तैयारी करनी होगी। यातायात समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार वाहनों के बढ़ने के कारण सड़कों पर दबाव बढ़ा है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में प्रशासन को पार्किंग आदि अन्य विकल्पों पर विचार करना होगा। वहीं व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को भी सड़कों पर से सामान हटाकर दुकान के अंदर रखने के लिए व्यापारियों को प्रेरित करना होगा। जनता के सहयोग से ही पुलिस इस समस्या को दूर कर पाएगी। युवा तेजी से ड्रग्स की चपेट में आ रहे हैं। उनकी प्राथमिकता में ड्रग्स रैकेट तोड़ना शामिल है और इसके लिए एंटी ड्रग्स स्क्वॉड भी बनाई गई है।
सम्मेलन में बालमा की प्रधान शैला नेगी ने गांव में शराब के प्रचलन और देर रात तक डीजे बजने की समस्या रखी। इसी तरह व्यापारी करम सिंह तोपवाल ने भी ड्रग्स के तस्करों की धरपकड़ की मांग की और मोहल्ल सुरक्षा समिति बनाने की बात डीजीपी के सामने रखी। सम्मेलन में जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, डीआइजी राजीव स्वरूप, एसएसपी तृप्ति भट्ट, बार संघ अध्यक्ष शांति प्रसाद भट्ट आदि मौजूद रहे।