चार महीने बाद टिहरी झील में बोटिंग शुरू, सिर्फ उत्तराखंड के लोग ही उठा पाएंगे लुत्फ
कोरोना संक्रमण के चलते करीब चार महीने बाद टिहरी झील में बोटिंग शुरू हो गई है। चंबा की नगर पालिका अध्यक्ष सुमना रमोला ने बोटिंग की शुरुआत की।
By Edited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 04:20 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 05:22 PM (IST)
नई टिहरी, जेएनएन। चार महीने बाद प्रशासन की अनुमति मिलते ही रविवार से टिहरी झील में बोटिंग शुरू हो गई है। चंबा की नगर पालिका अध्यक्ष सुमना रमोला ने बोटिंग की शुरुआत की। सिर्फ प्रदेशवासियों को ही बोटिंग करने के साथ ही कैंप कॉटेज में रुकवाया जाएगा।
कोरोना के चलते बीते 17 मार्च को टिहरी झील में बोटिंग बंद कर दी गई थी। 137 दिनों बाद रविवार को प्रशासन की अनुमति के बाद झील में बोटिंग शुरू हो गई। बोट यूनियन के संरक्षक कुलदीप सिंह पंवार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर टिहरी झील में 17 मार्च को बोटिंग बंद कर दी गई थी। फिलहाल, सिर्फ उत्तराखंड के लोग ही बोटिंग कर सकते हैं।
बता दें कि लगभग 400 परिवार टिहरी झील में बोटिंग व्यवसाय से अपना परिवार चलाते हैं। लेकिन, बोटिंग बंद हो जाने के कारण कइयों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। सरकार से कई बार व्यवसायियों ने आर्थिक मदद भी मांगी। कोई राहत न मिलने के चलते अब बोटिंग से जुड़े व्यवसायियों ने सरकार को टैक्स न देने का ऐलान किया है। वहीं बोट संचालकों ने मार्च माह में बोट यूनियन की ओर से टिहरी झील प्राधिकरण को दिए गए 60,000 रुपये भी वापस मांगे हैं। ताकि नावों की मरम्मत और बैंक की किश्त भी बोट संचालक दे सकें।
बोट संचालक मार्च में जमा किया गया टैक्स भी वापस मांग रहे हैं। उनका कहना है कि राफ्टिंग वालों के लिए राफ्टिंग फीस माफ कर उन्हें 5000 रुपये प्रतिमाह दिया गया, जबकि बोट संचालकों को कोई राहत नहीं दी गई। मांग करने वालों में सचिव जितेंद्र नेगी, कोषाध्यक्ष राकेश बहुगुणा, आशीष रावत, प्रदीप पंवार, वीरेंद्र नेगी, मनोज रावत आदि शामिल रहे।
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