ग्रामीण अपने संसाधनों से बनाएंगे गांव की सड़क
विगत दस वर्ष पूर्व हुई मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भी भरदार क्षेत्र के ग्रामीणों ने बैठक कर सड़क का निर्णय लिया।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विगत दस वर्ष पूर्व हुई मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भी भरदार क्षेत्र के सुमाड़ी-बिराणगांव-जाखाल मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य शुरू न होने से सरकारी मशीनरी को आइना दिखाने के लिए गांव के युवाओं ने अपने संसाधनों से सड़क निर्माण करने का निर्णय लिया है।
सेमा भरदार में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने सुमाड़ी-बिराणगांव-जाखाल मोटरमार्ग की घोषणा की थी। पाटुलीधार से मोटरमार्ग का निर्माण होना था। इसके अलावा अन्य किसी भी स्थान से सड़क निर्माण नहीं होना चाहिए। यहां से सड़क का निर्माण होने से जल, जंगल और जमीन को कम नुकसान होगा और मोटरमार्ग की दूरी सिर्फ ढाई किमी होगी।
युवाओं का कहना है कि सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया है। इस मोटरमार्ग के निर्माण से बिराणगांव, जाखाल तक लोगों को फायदा होगा। लोक निर्माण विभाग सड़क निर्माण के बजाय ग्रामीणों को आपस में लड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क का निर्माण जल्द न होने पर ग्रामीण अपने संसाधनों से सड़क का काम शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं। जमीन पर काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सड़क न होने से ग्रामीणों को मीलों पैदल चलना पड़ता है। सड़क न होने से ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं। बैठक में ग्राम प्रधान शशि नौटियाल, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष संतोष सेमवाल, महामंत्री मनोज कुमार, सचिव अजय कुमार, सुधांशु सेमवाल, कोषाध्यक्ष संतोष सेमवाल समेत कई युवा उपस्थित थे।