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भूधसाव से कोट बिचला गांव के 40 परिवार खतरे की जद में

जिले के अगस्त्मयुनि विकास खंड के कोट बिचला गांव के चालीस परिवार गांव में भूधसाव के कारण खौफ के साए में जीवन बसर करने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 10:21 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 05:06 AM (IST)
भूधसाव से कोट बिचला गांव के 40 परिवार खतरे की जद में
भूधसाव से कोट बिचला गांव के 40 परिवार खतरे की जद में

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : जिले के अगस्त्मयुनि विकास खंड के कोट बिचला गांव के चालीस परिवार गांव में भूधसाव के कारण खौफ के साए में जीवन बसर करने को मजबूर हैं। बारिश होने पर गांव में भूधंसाव हो रहा है। ग्रामीणों ने सरकार से सुरक्षित स्थान पर विस्थापन की मांग की है।

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गत 23 अगस्त को गांव में भूस्खलन की घटना हुई थी, जिसकी चपेट में ग्रामीणों के आवास आ गए थे। जिस कारण गांव के चालीस अनुसूचित जाति के परिवारों के भवनों को खतरा पैदा हो गया। लेकिन, प्रशासन अभी तक गांव वालों के हालचाल पूछने तक नहीं आया है। ग्रामीणों का कहना है कि कोट-घोलतीर मोटर मार्ग तोक चैमाणा में सड़क धस चुकी है, वहां पर भूस्खलन के कारण मलबा आ चुका है।

गांव में रहे ग्रामीणों बिदीलाल शाह का कहना है कि उनका शौचालय व स्नानागार भू-स्खलन होने कारण बुरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। वहीं, ग्रामीण सुरेशलाल की गौशाला व सुरेन्द्रलाल की चार नाली भूमि मलबे में दब गयी है। इसके अलावा पंचायत द्वारा निर्मित पानी की टंकी ध्वस्त होने के कारण ग्रामीणों को पानी की भारी किल्लत के दौर से गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सभी प्रभावित परिवारों का सुरक्षित जगह पर पुनर्वास कराने की मांग की है।

वहीं, इस संबंध में उप जिलाधिकारी बृजेश तिवारी का कहना है कि गांव में हुए नुकसान व इसके खतरे को लेकर पूरी जानकारी ली जा रही है, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।


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