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केदारनाथ आपदा में मारे गए पुलिसकर्मियों और तीर्थपुरोहितों को दी श्रद्धाजंलि

केदारनाथ त्रासदी की 7वीं बरसी पर आपदा में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं व पुलिस कार्मिकों के लिए सीएम समेंत तीर्थपुरोहितों व पुलिस ने श्रद्धाजंलि अर्पित की।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 04:58 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 04:58 PM (IST)
केदारनाथ आपदा में मारे गए पुलिसकर्मियों और तीर्थपुरोहितों को दी श्रद्धाजंलि
केदारनाथ आपदा में मारे गए पुलिसकर्मियों और तीर्थपुरोहितों को दी श्रद्धाजंलि

रुद्रप्रयाग, जेएनएन। केदारनाथ त्रासदी की 7वीं बरसी पर आपदा में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं व पुलिस कार्मिकों के लिए केदारनाथ धाम में तीर्थपुरोहितों व पुलिस ने श्रद्धाजंलि  अर्पित की। 16 जून 2013 की रात्रि में भीषण आपदा आने से केदारनाथ धाम में 14 पुलिस कर्मियों के साथ ही 4700 भक्तों की जान चली गई थी। यह त्रासदी इतनी भयानक थी कि केदारनाथ पैदल मार्ग व धाम के विभिन्न स्थानों में फंसे यात्री रास्ता भटकने के कारण ठंड से भी बड़ी संख्या में मौत के मुंह में समा गए थे। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केदारनाथ आपदा में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।

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मंगलवार को सुबह पुलिस कर्मियों, एसडीआरएफ के जवानों ने मंदिर के सम्मुख दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी। वहीं, तीर्थपुरोहितों ने भी केदारनाथ में त्रासदी में मारे गए लोगों को याद किया। तथा उनकी याद में मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि केदारनाथ में हुई त्रासदी विश्व में किसी भी धार्मिक स्थान में हुई त्रासदियों में सबसे बड़ी त्रासदी थी।

देश-विदेश से आए भक्तों ने इसमें अपनी जान गवाईं, साथ ही केदारघाटी के सैकड़ों लोगों की असमय मौत हो गई, कई महिलाओं ने अपनी मांग का सिंदूर खो दिया। वयोवृद्ध तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि केदारनाथ धाम की त्रासदी सदियों तक याद रखी जाएगी। इतनी भयानक त्रासदी में मंदिर के सिवाय कुछ नहीं बचा। तीर्थपुरोहित महेश बगवाड़ी ने इस अवसर पर कहा कि केदारनाथ में त्रासदी के बाद फिर से विगत वर्षों में यात्रा फिर पटरी पर आई है। त्रासदी में मारे गए भक्तों की याद में केदारनाथ या रामबाड़ा में स्मृति स्थल बनाने की मांग इस मौके पर उन्होंने सरकार से की। 

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मुख्यमंत्री ने केदारनाथ आपदा में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए की प्रार्थना 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन (16 जून, 2013) केदारनाथ में भीषण आपदा आई थी, जिसमें कई श्रद्धालुओं ने अपने प्राण गंवाए। त्रासदी के उस मंजर को पूरे सात साल बीत गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण किया गया। उनके मार्गदर्शन में दिव्य और भव्य केदारपुरी का नया स्वरूप आज हम सभी के सामने है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा आगे भी भगवान श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ के विकास के लिए केंद्र द्वारा हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। आपदा में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए मैं बाबा केदार से प्रार्थना करता हूंं।

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