सोनप्रयाग से पांच किमी पैदल गौरीकुंड पहुंच रहे हैं यात्री
केदारनाथ दर्शनों को जाने वाले यात्रियों में हजारों यात्री सोनप्रयाग से पांच किमी पैदल चलकर प्रतिदिन गौरीकुंड पहुंच रहे हैं।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ दर्शनों को जाने वाले यात्रियों में हजारों यात्री सोनप्रयाग से पांच किमी पैदल चलकर प्रतिदिन गौरीकुंड पहुंच रहे हैं। जबकि सोनप्रयाग से गौराकुंड जाने के लिए प्रशासन ने शटल वाहनों की व्यवस्था की है। लेकिन, फिर भी यात्री शटल सेवा से ना जाकर पांच किमी पैदल चलकर गौरीकुंड पहुंच रहे हैं। जिससे हाईवे पर दिनभर पैदल चलने वाले यात्रियों का हुजूम लगा है और अव्यवस्था हो रही है। वहीं, बुजुर्ग महिला यात्रियों का कहना है कि घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद उन्हें शटल सेवा नहीं मिलने के कारण पैदल ही गौरीकुंड जाना पड़ रहा है।
केदारनाथ दर्शनों को आने वाले यात्रियों को वाहन से सोनप्रयाग तक ही आने-जाने की अनुमति है। सोनप्रयाग से आगे यात्रियों के आने-जाने के लिए प्रशासन ने शटल वाहन सेवा की व्यवस्था की है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक हाईवे सिगल लाइन है। जिस कारण यहां पर बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित है। छोटे वाहनों से भी जाम की गंभीर समस्या बन जाएगी। इसी को देखते हुए प्रशासन ने सोनप्रयाग से आगे सभी छोटे वाहनों की भी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा रखा है। परिवहन विभाग के माध्यम से 150 से अधिक शटल वाहनों की सोनप्रयाग व गौरीकुंड के बीच नियमित आवाजाही कराई जा रही है। लेकिन, इसके बावजूद यात्री हजारों की संख्या में पांच किमी पैदल चलकर ही सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक पहुंच रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि काफी देर से खड़े होने के बावजूद उन्हें शटल वाहन नहीं मिल पा रहे हैं, जिस कारण वह पैदल ही गौरीकुंड पहुंच रहे हैं। गुजरात अहमदाबाद की 75 वर्षीय हीराबाई पटेल ने बताया कि उन्होंने तीन घंटे तक शटल वाहन की प्रतिक्षा की, लेकिन वाहन नहीं मिले, जिसके बाद वह अपने परिवार के साथ ही पैदल चलकर गौरीकुंड पहुंचे।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेन्द्र विराटिया ने कहा कि डेढ़ सौ शटल वाहन हर समय उपलब्ध हैं। जिसमें गौरीकुंड व सोनप्रयाग दोनो स्थानों पर पचास-पचास वाहन हर समय उपलब्ध रहते हैं। लेकिन, यात्री अपनी बारी की प्रतिक्षा भी नहीं करना चाहते हैैं और पैदल ही गौरीकुंड पहुंच रहे हैं।