ऑनलाइन शिक्षा को गूगल से रोचक बनाएं
छात्रों में वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने को लेकर डायट रतूड़ा की दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला में कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे गूगल लैंस से और रोचक बनाने पर जोर दिया गया।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: छात्रों में वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने को लेकर डायट रतूड़ा की दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला में कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे गूगल लैंस से और रोचक बनाने पर जोर दिया गया।
डायट रतूड़़ा के प्राचार्य सुधीर सिंह असवाल ने ऑनलाइन कार्यशाला की शुरूआत करते कहा कि कोरोना काल में ऑनलाइन सीखने-सिखाने के इन माध्यमों का महत्व बहुत बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस वैश्विक संकट में विज्ञान के क्षेत्र में सावधानी और बचाव के लिए नए-नए नवाचार और शोध कार्य करने होंगे। साथ ही छात्रों के हित में उनकी पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए भी अधिक से अधिक उपाय सोचने होंगे।
कार्यशाला के संयोजक डायट रतूड़ा के प्रवक्ता डॉ. विनोद यादव ने कहा कि जिलेभर में विज्ञान को जानने समझने का माहौल बनाने के साथ बच्चों में वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने वाले कार्यों पर भी विचार किया जाएगा। उपस्थित शिक्षकों ने इस कोरोनाकाल में विद्यालयों में अपने स्तर से किए जा रहे शिक्षण कार्य के उपायों को भी साझा किया। कार्यशाला में रुद्रप्रयाग जिला इन्सपायर अवार्ड रजिस्ट्रेशन में राष्ट्रीय स्तर पर 9वें स्थान पर होने पर प्रसन्नता जताई गई। उधमसिंहनगर की शिक्षक श्रीमती श्वेता डाबर ने मोबाइल पर गूगल फॉर्म निर्माण का प्रशिक्षण देकर सभी टूल्स का प्रयोग करना भी सिखाया। इस अवसर पर शिक्षक हेमंत चौकियाल, अंजना रावत, भगवती प्रसाद सेमवाल, हर्षवर्धन सिंह रौथाण, जय प्रकाश सिंह, माधुरी खान, पीयूष शर्मा, पुष्कर राणा समेत कई शिक्षक उपस्थित थे।