12 ग्रामसभाओं में नरभक्षी का खौफ
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग पिछले एक महीने से भरदार क्षेत्र में सक्रिय नरभक्षी गुलदार को वन विभाग
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: पिछले एक महीने से भरदार क्षेत्र में सक्रिय नरभक्षी गुलदार को वन विभाग की टीम खोज नहीं पाई है। अब तक उनके सभी प्रयास विफल साबित हुए हैं। वहीं इस बीच नरभक्षी गुलदार तीन लोगों को निवाला बना चुका है। वन विशेषज्ञों का मानना है कि भरदार पट्टी के घने जंगल, झाड़ियां और गुलदार की प्रकृति अन्य नरभक्षी गुलदारों से भिन्न होने के कारण ही वह शिकारियों की पकड़ में नहीं आ रहा है।
पिछले एक माह से जिले के भरदार क्षेत्र में नरभक्षी गुलदार का आतंक है। अब तक वह दो महिला और एक पुरुष को निवाला बना चुका है। इसके चलते क्षेत्र की 12 ग्राम सभाओं में खौफ बना हुआ है। इन गांवों में पिछले एक माह से जनजीवन प्रभावित है। लोग घास और चारापत्ती लेने जंगल नहीं जा रहे हैं। वहीं छात्र समूह बनाकर स्कूल जा रहे हैं, जबकि बड़े-बुजुर्ग उन्हें विद्यालय तक छोड़ने जा रहे हैं।
अब तक 53 नरभक्षी गुलदारों का शिकार कर चुके शिकारी लखपत सिंह अपने एक साथी के साथ भरदार क्षेत्र में पिछले एक महीने से गुलदार की खोज में जुटे हैं। शिकारी लखपत सिंह बताते हैं कि वह गुलदार को पिछले एक महीने से ट्रेस नहीं कर पा रहे हैं। इस गुलदार की प्रकृति अन्य गुलदारों से भिन्न है। गुलदार ने तीनों हमले गांव से दूर जंगल में किए हैं, जबकि अन्य नरभक्षी गुलदार गांवों में जाकर आक्रमण करते रहे हैं।
यह बरतें सावधानी
शिकारी लखपत सिंह बताते हैं कि गुलदार से बचने के लिए आसपास झाडि़यां नहीं उगने देना चाहिए। नरभक्षी गुलदार का खतरा सबसे ज्यादा उन घरों में होता है, जो गांव से दूर सुनसान स्थान पर होते हैं। इन परिवारों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। छोटे बच्चों को घरों से बाहन न निकलने दें।
प्रशासन लगा चुका है अब तक भरदार में 150 सोलर लाइट: नरभक्षी के आतंक से ग्रामीणों को निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने विभिन्न गांवों बांसी, सतनी, कोटली, सैरा, मल्यासू, खरगेड़ में 150 सोलर लाइट लगाई हैं। ताकि उजाले में गुलदार को आसानी से देखा जा सके।
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नरभक्षी गुलदार को पकड़ने के लिए दो शिकारी तैनात किए गए हैं। यह गुलदार जंगल में ही आक्रमण कर रहा है। गांव में पिंजरे भी लगाए गए हैं। लेकिन, इसका कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा। गुलदार गांव में नहीं आ रहा है।
महिपाल सिंह, सहायक प्रभागीय वनाधिकारी, रुद्रप्रयाग