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बेहद खुशमिजाज इंसान थे सुशांत सिंह राजपूत, साथी कलाकारों ने बताई अपने दिल की बात

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन से साथी कलाकारों ने कहा कि यकीन नहीं होता अब वो हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने अपने दिल की बात भी बताई।

By Edited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 02:59 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 11:52 AM (IST)
बेहद खुशमिजाज इंसान थे सुशांत सिंह राजपूत, साथी कलाकारों ने बताई अपने दिल की बात
बेहद खुशमिजाज इंसान थे सुशांत सिंह राजपूत, साथी कलाकारों ने बताई अपने दिल की बात

रुद्रप्रयाग, बृजेश भट्ट। फिल्म केदारनाथ के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन से केदारघाटी भी गमगीन है। फिल्म की शूटिंग के दौरान सुशांत चार महीने तक केदारघाटी में रहे थे। फिल्म में उनका किरदार एक मुस्लिम युवक का था, जो अपने खच्चर पर यात्रियों को केदारनाथ दर्शनों के लिए ले जाता है। उनके साथ शूटिंग का हिस्सा रहे स्थानीय लोग उनके अचानक चले जाने से हैरान हैं। अगस्त 2017 से केदारघाटी में फिल्म 'केदारनाथ' की शूटिंग शुरू हुई थी, जो नवंबर तक चली थी। उत्तराखंड के कलाकारों ने कहा, सुशांत हंसमुख और खुशमिजाज इंसान थे। उनका सबके साथ एक जैसा व्यवहार था।  

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फिल्म की कहानी केदारनाथ धाम में वर्ष 2013 में आई आपदा पर केंद्रित थी, जिसका कथानक आपदा के दौरान एक तीर्थ पुरोहित की बेटी और खच्चर वाले युवक के बीच पनपे प्रेम के इर्द-गिर्द बुना गया था। शूटिंग के लिए फिल्म के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत, अभिनेत्री सारा अली खान और निर्देशक अभिषेक कपूर के साथ 200 लोगों की टीम ने केदारनाथ यात्रा के प्रमुख पड़ाव सोनप्रयाग में कैंप किया था। शूटिंग के लिए टीम यहीं से गौरीकुंड, केदारनाथ और चोपता समेत अन्य स्थानों पर जाती थी। इस बीच कई बार तो पूरी रात शूटिंग चलती थी। 
केदारनाथ पैदल मार्ग पर आपदा की भेंट चढ़ चुके रामबाड़ा कस्बे की तबाही के फिल्मांकन को त्रियुगीनारायण में ही सेट बनाया गया था। फिल्म की शूटिंग में सुशांत के साथ काम करने वाले त्रियुगीनारायण के राजेश भट्ट कहते हैं कि सुशांत का व्यवहार सबके साथ एक समान रहता था। वह हमेशा हंसते हुए बात करते थे। मानों हमारे ही बीच के हों। कहते हैं सुशांत की मौत से वह स्तब्ध हैं। त्रियुगीनारायण की ही मीनाक्षी गैरोला बताते हैं कि इतनी कम उम्र में अपनी मेहनत के बूते वह इस मुकाम तक पहुंचे थे। ऐसे में उनका मौत को गले लगाना समझ से परे है। वह यादों में हमेशा जिंदा रहेंगे।
वहीं, केदारनाथ फिल्म के लाइजिनिंग ऑफिसर अमित मेहता कहते हैं कि सुशांत की मौत की खबर से स्तब्ध हैं। यकीन नहीं हो पा रहा कि उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। उनका चेहरा जैसे आंखों के सामने मुस्कुरा रहा है। वहीं, उत्तराखंड में बॉलीवुड फिल्मों के प्रोडक्शन से जुड़े अभिनव थापर कहते हैं, सुशांत बेहतरीन कलाकार थे। उनका यूं चले जाना फिल्म जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। बताया कि एक बार बातचीत के दौरान उन्होंने मुझसे टिहरी झील में शूटिंग का वादा किया था। 
हंसमुख और खुशमिजाज इंसान थे सुशांत 
धारावाहिक 'पवित्र रिश्ता' में अभिनय कर चुकीं अभिनेत्री प्रियंका कंडवाल कहती हैं कि सुशांत सिंह बेहद हंसमुख और खुशमिजाज इन्सान थे। वह अक्सर 'पवित्र रिश्ता' के सेट पर आया करते थे। उस समय वह अंकिता लोखंडे के साथ रिलेशनशिप में थे। उनके घर पर भी हम लोग पार्टी किया करते थे।
उत्तराखंड में रिलीज नहीं हो पाई थी फिल्म 
'केदारनाथ' का टीजर और पोस्टर रिलीज होने के बाद से ही केदारघाटी में फिल्म के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे थे। फिल्म में दर्शाए गए बोल्ड सीन को लेकर स्थानीय लोगों और तीर्थ पुरोहितों को आपत्ति थी। फिल्म में घंटा-घड़ियाल की अनुगूंज के बीच नायक को नमाज अदा करते दिखाए जाने को लेकर भी लोग खफा थे। इसी विरोध को देखते हुए उत्तराखंड में फिल्म की रिलीज रोक दी गई थी। हालांकि, देशभर में फिल्म रिलीज हुई। 

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