छह स्कूलों को मिला अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा
शिक्षा व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से सरकार ने प्रदेश के हर ब्लाक में दो-दो अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को खोलने का फैसला किया है जिसके लिए शासनादेश भी जारी हो गया है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: शिक्षा व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से सरकार ने प्रदेश के हर ब्लाक में दो-दो अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को खोलने का फैसला किया है, जिसके लिए शासनादेश भी जारी हो गया है। इसके तहत चयनित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध कर उन्हें निजी विद्यालयों को टक्कर देने के लिए तैयार किया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र से इन विद्यालयों में पठन-पाठन कार्य विधिवत शुरू होने की उम्मीद है।
जनपद रुद्रप्रयाग में अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ व जखोली तीन ब्लाक अस्तित्व में हैं। शिक्षा विभाग ने इन ब्लाकों से राइंका रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, ऊखीमठ, तैला, बुढना समेत छह विद्यालयों का चयन कर इनकी सूची अटल उत्कृष्ट विद्यालय के लिए शासन को भेजी थी। शासन से स्वीकृति के बाद शिक्षा विभाग ने आगामी शिक्षा सत्र में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में पठन पाठन शुरू कराने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षक के साथ ही कक्षा-कक्ष का निर्माण, लैब, शौचालय, खेल मैदान, कम्प्यूटर, फर्नीचर समेत तमाम बुनियादी सुविधाओं से लैस करने की योजना है। वहीं इनमें से चार विद्यालय वर्ष 2016 में तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल में माडल विद्यालय के रूप में चयनित थे। इस बार राइंका तैला व बुढ़ना ही नए विद्यालय जोडे़ गए हैं। प्रदेश सरकार प्रतिवर्ष शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च तो करती है, लेकिन धरातल पर नतीजा सिफर ही रहता है। प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ने के बजाय हमेशा घटती ही नजर आ रही है।
जिले में चयनित अटल उत्कृष्ट विद्यालय-
जखोली ब्लाक- राइंका तैला व बुढना
अगस्त्यमुनि ब्लाक- राइंका रुद्रप्रयाग व अगस्त्यमुनि
ऊखीमठ- राइंका ऊखीमठ व गुप्तकाशी
जनपद में छह विद्यालयों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा मिला है। इन विद्यालयों में सरकार की सीबीएसई बोर्ड का पाठयक्रम शुरू करने की योजना है। शासन के निर्देश के बाद आगामी शिक्षा सत्र से विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू किया जाएगा।
सीएन काला
मुख्य शिक्षाधिकारी, शिक्षा विभाग रुद्रप्रयाग