लक्ष महायज्ञ में रोज डाली जा रही 5500 आहुतियां
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज एवं आठ गांवों के सहयोग से मां दुर्गा मंदिर फेगू
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज एवं आठ गांवों के सहयोग से मां दुर्गा मंदिर फेगू में चल रहे 18 दिवसीय लक्ष महायज्ञ में 51 ब्राह्मण जौ-तिल व घी की आहुतियां डाली जा रही हैं। प्रतिदिन यज्ञ में साढ़े पांच हजार से अधिक आहुतियां डाली जा रही हैं। महायज्ञ में दूरदराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में भक्तजन पुण्य अर्जित कर रहे हैं। लगभग 24 साल बाद हो रहे इस महायज्ञ में 3 अप्रैल को जलकलश यात्रा एवं 4 को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन किया जाएगा।
तीर्थ पुरोहित समाज एवं क्षेत्र के फेगू, बरम्वाडी, नागजगई, तिनसोली, बष्टी डमार, टेमरिया वल्ला व पल्ला समेत कई गांवों के लोग इस महायज्ञ में अपनी अहम भागीदारी निभा रहे हैं। सोमवार को ब्राह्मणों ने गणेश पूजा, रुद्री पाठ, पंचांग पूजा, भद्र पूजा समेत नित्य पूजाएं संपन्न करने के उपरांत महायज्ञ में आहुतियां डालने की प्रक्रिया शुरू की गई। ब्राह्मणों ने महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जौ-तिल व घी की आहुतियां डालनी शुरू की। प्रतिदिन महायज्ञ में साढे़ पांच हजार से अधिक आहुतियां डाली जा रही हैं। 18 दिनों तक चलने वाले इस महायज्ञ में 51 ब्राह्मण जौ-तिल व घी की कुल एक लाख आहुतियां डालेंगे। इस कार्य के लिए कई कुंतल लकडि़यां के साथ ही 20 कुंतल जौ, 5 कुंतल तिल एवं 25 टिन घी एकत्रित किया गया। अंतिम दिन भक्तों को भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसे भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। इस अवसर पर दुर्गा देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश शुक्ला, विनोद शुक्ला, दौलत ¨सह, हर्षबर्धन देवशाली, मदनमोहन सेमवाल, कुबेरनाथ पोस्ती, राकेश तिवारी, शिवानंद सेमवाल समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे।