केदारनाथ के लिए 25 मार्च से बनेंगे घोड़ा-खच्चर के लाइसेंस
केदारनाथ यात्रा के लिए 25 मार्च से घोड़ा-खच्चर के पंजीकरण व लाइसेंस बनने शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा सीतापुर व सोनप्रयाग में पार्किंग व्यवस्था को कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के लिए 25 मार्च से घोड़ा-खच्चर के पंजीकरण व लाइसेंस बनने शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा सीतापुर व सोनप्रयाग में पार्किंग व्यवस्था को कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। सीतापुर पार्किंग में ही इस बार बीते वर्ष की तुलना में लगभग तीन गुणा अधिक वाहन पार्क किए जा सकेंगे। कंप्यूटराइज्ड व्यवस्था से न केवल वाहनों को समुचित व निश्चित समय के लिए पार्किंग में जगह मिलेगी, बल्कि राजस्व में भी इजाफा होगा।
यात्रा तैयारियों को लेकर शनिवार को जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल कहा कि सभी विभाग समय से यात्रा तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य अधिकारी को निर्देश दिए कि 25 मार्च से गांव-गांव में कैंप लगाना सुनिश्चित करें। ताकि घोड़ा-खच्चर मालिक व हाकरों का समय से पंजीकरण हो सके और पशु फिटनेस प्रमाण पत्र व लाइसेंस बन सकें।
उन्होंने वर्ष 2020 व 2019 में बीमा कंपनी की ओर से दी गई मृत घोड़ा-खच्चरों की क्लेम राशि का विवरण उपलब्ध कराने को भी कहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, सीडीओ भरत चंद्र भट्ट, डीडीओ मनविंदर कौर, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, अपर मुख्य अधिकारी अशोक शर्मा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश सिंह नितवाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार आदि मौजूद रहे।
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तैनात होंगे पर्यावरण मित्र
डीएम ने कहा कि यात्रियों की संख्या में अत्याधिक वृद्धि होने पर सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारी, सुपरवाइजर व पर्यावरण मित्रों की तैनाती की जाएगी। नोडल अधिकारी का कार्य संपूर्ण स्वच्छता का अनुश्रवण व सुपरवाइजर के अधीन पर्यावरण मित्रों के कार्यों का अनुश्रवण करना होगा। स्वच्छता के लिए कार्ययोजना तैयार करने को अपर मुख्य अधिकारी, नगर निकाय रुद्रप्रयाग व अगस्त्यमुनि को नामित किया है।