श्रीराम के राजतिलक के साथ रामलीला हुई संपन्न
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: श्रीशक्ति संस्कृति एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रामलीला कमेटी के तत्वावधान में च
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: श्रीशक्ति संस्कृति एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रामलीला कमेटी के तत्वावधान में चल रही 11 दिवसीय रामलीला श्रीराम के राजतिलक के साथ संपन्न हो गई। इस दौरान आयोजन समिति की ओर से मुख्य बाजार में राम, लक्ष्मण, सीता समेत वानर सेना की झांकी भी निकाली गई। इसके बाद हनुमान ने माला तोड़कर सदा के लिए प्रभु के चरणों में रहने का दृश्य प्रस्तुत किया, जिस पर दर्शक भाव-विभोर हो गए। रामलीला देखने के लिए दूरदराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में भक्तजन पहुंचे थे।
नगर रुद्रप्रयाग के नए बस अड्डे में आयोजित रामलीला के अंतिम दिन लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान समेत वानर सेना अयोध्या लौटी। इस दौरान अयोध्या लौटने पर छोटे भाई भरत और शत्रुघ्न ने भी श्रीराम का फूल एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत किया। पूजा-अर्चना के बाद भगवान श्रीराम का राजतिलक किया गया। इसके बाद श्रीराम ने वानर सेना के राजाओं को एक-एक कर विदा किया। अंत में हनुमान को उनकी सेवा के बदले एक माला भेंट की और उन्हें भी वापस जाने को कह दिया। लेकिन, हनुमान ने प्रभु की चरणों में सदा के लिए रहने की अनुमति मांगकर माला तोड़ डाली। हनुमान की इस भक्ति को देखकर दर्शकों के आंखों में आंसू छलक उठे। अंत में श्रीराम ने भक्तों को प्रसाद वितरण भी किया। इससे पूर्व आयोजन समिति की ओर से नए बस अड्डे से मुख्य बाजार होते हुए बस अड्डे तक श्रीराम, सीता, लक्ष्मण की झांकी भी निकाली गई। इस दौरान ढोल-नगाड़ा के साथ श्रीराम के जयकारों से नगर का पूरा वातावरण जयकारों से गूंज उठा। इससे पूर्व बीती रात श्रीराम की सेना पर लंका पर आक्रमण कर मेघनाद, रावण का वध कर विजय प्राप्त की। रामलीला देखने के लिए महादेव मोहल्ला, हीतडांग, अमसारी, पुनाड़, अपर बाजार, गुलाबराय समेत दूरदराज क्षेत्रों से सैकड़ों संख्या में भक्तजन पहुंचे थे। इस अवसर पर आयोजन समिति के पदाधिकारी, सदस्य शामिल थे।