गंभीर जी समझाइए, नहीं तो नौकरी खा जाऊंगी
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग मुंबई से त्रियुगीनारायण पहुंची सूफी गायिका समरजीत रंधावा प्रशासन से ख्
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: मुंबई से त्रियुगीनारायण पहुंची सूफी गायिका समरजीत रंधावा प्रशासन से खफा दिखीं। यही नहीं, इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में वह प्रशासन के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करती सुनाई पड़ रही हैं। साथ ही ऊखीमठ के एसडीएम को नौकरी से हटवाने की बात कहती भी सुनाई पड़ रही हैं।
सूफी गायिका के रविवार को इंटरनेट मीडिया पर दो वीडियो वारयल हो रहे हैं। वीडियो त्रियुगीनारायण मंदिर परिसर का मालूम पड़ रहा है। वीडियो में गायिका अपने मोबाइल पर किसी से बात कर रही हैं। कह रही हैं कि वह शूटिंग के लिए यहां आई हैं। हालांकि फोन पर दूसरी तरफ से कौन बात कर रहा और क्या बात कर रहा, कुछ नहीं सुनाई दे रहा है। हां, गायिका रुद्रप्रयाग जिले के अधिकारियों की शिकायत करती सुनाई दे रही हैं। बातचीत के क्रम में वह ऊखीमठ के एसडीएम का नाम लेकर उनके व्यवहार पर नाराजगी जाहिर कर रही है, कह रही है कि वह उनका फोन भी नहीं उठा रहे। यहां आकर वह दुखी हैं, प्रशासन के पास उनकी परेशानी सुनने तक का समय नहीं है।
त्रियुगीनारायण मंदिर परिसर में कुछ स्थानीय लोग स्वास्थ्य सुविधाओं व अन्य मांगों को लेकर कई दिनों से धरना दे रहे हैं। गायिका उनकी मांगों का समर्थन करते हुए भी प्रशासन पर निशाना साध रही हैं। फोन पर किसी गंभीर जी को संबोधित करके वह ऊखीमठ के एसडीएम की शिकायत कर रही हैं। कहती सुनाई पड़ रही हैं कि समझाइए, नहीं तो वह उनकी नौकरी खा जाएंगी। आखिर में प्रशासन के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर वह फोन पर बातचीत को विराम देती दिख रही हैं।
इधर, इस बारे में संपर्क करने पर एसडीएम जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि गायिका का फोन आया था। उन्हें बता दिया गया है मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं हैं। डीएम मनुज गोयल का कहना है कि वह पूरे मामले को दिखवा रहे हैं। गायिका के पास शूटिंग की अनुमति है या नहीं, इसका पता लगाया जा रहा है।
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विरोध देख मिलाए सुर में सुर
बताया गया कि समरजीत रंधवा मंदिर परिसर में शूटिंग कर रही थीं, तभी वहां पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे स्थानीय लोगों ने उनका विरोध किया। उनका शिकायत थी कि सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है, और बाहर से शूटिंग करने वालों को यहां भेज रही है। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए गायिका ने उनकी मांगों का समर्थन किया। वह मुख्यमंत्री से उनकी मांगों को पूरा करने की अपील भी करती सुनाई दे रही हैं। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्रवासी योगंबर तिवारी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की।