देवस्थानम बोर्ड पर तीर्थ पुरोहितों का गुस्सा बरकरार
चारधाम देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थपुरोहितों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
जागरण टीम, गढ़वाल: चारधाम देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थपुरोहितों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा। केदारनाथ और गंगोत्री में तीर्थ पुरोहितों का धरना गुरुवार को भी जारी रहा।
पिछले दो सप्ताह से केदारनाथ धाम में कड़ाके की ठंड व लगातार हो रही बारिश के बावजूद तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी का धरना जारी है। गुरुवार को केदारसभा के सदस्यों ने भी देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर मंदिर परिसर में धरना दिया। केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सरकार तीर्थपुरोहितों के साथ ही चारधाम के हक-हकूकधारियों के साथ अन्याय कर रही है। कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग और धाम में सरकार और प्रशासन की व्यवस्थाएं नहीं है बावजूद राज्य के लोगों के लिए यात्रा शुरू करना न्यायोचित नहीं है। धरना देने वालों में केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला के अलावा संतोष त्रिवेदी, रमाकांत शर्मा, अशोक शुक्ला, शशि अवस्थी, नवीन शुक्ला, जमुना प्रसाद, योगेश प्रसाद, गजेंद्र नेगी, लखपत राणा आदि ने धरना दिया।
उधर, गंगोत्री और मुखवा में भी तीर्थपुरोहितों का अनशन जारी है। तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार की शुद्धिबुद्धि के लिए गंगा लहरी व गंगा स्रोत का पाठ और मां गंगा की स्तुति की। तीर्थ पुरोहितों ने आरोप लगाया कि सरकार हिदू धर्म की परंपराओं को खत्म करने पर तुली है और उन्हें आंदोलन के लिए विवश किया है। कहा कि जब तक सरकार देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद नहीं करती है तब तक तीर्थपुरोहितों का आंदोलन जारी रहेगा। क्रमिक अनशन करने वालों में गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल, संजय सेमवाल, राजेश सेमवाल, प्रवीण सेमवाल सदस्य श्री पांच मंदिर समिति पंडित शिव प्रकाश सेमवाल पंडित राकेश सेमवाल पंडित माता प्रसाद सेमवाल, कामेश्वर प्रसाद सेमवाल, गोवर्धन सेमवाल, मनमोहन सेमवाल, हरीश सेमवाल, अनुज सेमवाल, विष्णु सेमवाल आदि शामिल थे।