तीर्थ पुरोहितों ने मास्टर प्लान पर जताई आपत्ति
तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ में मास्टर प्लान से हो रहे पुनर्निर्माण कायोँं का जायजा लिया।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ में मास्टर प्लान से हो रहे पुर्ननिर्माण कार्यों का विरोध किया है। कहा कि जिस तरह केदारनाथ में निर्माण किया जा रहा है उससे धाíमक मान्यताओं को भी नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही केदारनाथ मंदिर की भव्यता पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।
केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष किशन बगवाड़ी, लक्ष्मी नारायण जुगराण, कुबेरनाथ पोस्ती ने केदारनाथ में डीएम से मिलकर अपनी बात रखी। कहा कि वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम का भौगोलिक स्वरूप बदल गया था। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के हताहत होने के साथ तीर्थ पुरोहितों की संपत्ति को व्यापक नुकसान हुआ था। लेकिन, प्रदेश सरकारों द्वारा सात वर्ष बाद भी प्रभावितों की सुध नहीं ली गई है। आज तक उन्हें अपने आवासीय भवन नहीं मिल पाए हैं। तीर्थ पुरोहितों ने धाम में मास्टर प्लान से हो रहे निर्माण कार्यों का भी पुरजोर विरोध किया है। कहा कि, मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग को अकारण विस्तार दिया गया है, जिससे मंदिर की भव्यता प्रभावित हो रही है। कहा कि पुर्ननिर्माण के नाम पर केदारनाथ में प्राचीन धाíमक मान्यताओं की अनदेखी की जा रही है। शासन, प्रशासन यात्राकाल में केवल आमदनी को ध्यान में रखकर कार्य कर रहा है। जिससे, बारामासी व यात्राकाल में धाम में रहने वाले साधु-संत अपना योग-ध्यान नहीं कर पा रहे हैं।