Move to Jagran APP

कथाओं के श्रवण से दूर होते हैं मानव के कष्ट

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर में चल रही श्रीमद देवी भागवत पुराण में कथावाचक आचार

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Mar 2018 04:24 PM (IST)Updated: Sun, 11 Mar 2018 04:24 PM (IST)
कथाओं के श्रवण से दूर होते हैं मानव के कष्ट
कथाओं के श्रवण से दूर होते हैं मानव के कष्ट

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर में चल रही श्रीमद देवी भागवत पुराण में कथावाचक आचार्य सुरेशानंद गौड ने कहा कि पौराणिक कथाओं के श्रवण से मानव के सभी कष्टों का हरण होता है। इसलिए मनुष्य को अधिक से अधिक कथाओं का श्रवण करना करना चाहिए। कथा में ब्राहमणों के द्वारा प्रतिदिन नित्य पूजाएं संपन्न कर यज्ञ में आहुतियां डाली जा रही है। कथा श्रवण के लिए दूर-दराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।

loksabha election banner

गत 8 मार्च से कालीमठ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ नौ दिवसीय श्रीमद देवी भावगत कथा एवं महायज्ञ का शुभारंभ हुआ था। कथा में प्रतिदिन ब्राह्मणों द्वारा गणेश पूजा, पंच पूजा, भद्र पूजन, कलश पूजन, रुद्री पाठ के साथ ही मां काली की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। रविवार को भी नित्य पूजाएं संपन्न करने के बाद ही ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ में जौ-तिल व घी की आहुतियां डाली। कथा श्रवण के लिए कालीमठ के साथ ही कविल्ठा, कोटमा, गुप्तकाशी, बेडुला, चौमासी, कुणजेठी समेत कई स्थानों भक्तजन मंदिर पहुंच रहे हैं। 18 मार्च को पूर्णाहुति के साथ देवी भागवत कथा एवं महायज्ञ का विधिवत समापन किया जाएगा। मां काली के दर्शन कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। इस अवसर पर रमेश चंद्र भट्ट, दिनेश चंद्र गौड़ भगवती प्रसाद, आनंद भाई राकेश गौड़, दीपक चमोली, नरेश मधुबाला, आरके नौटियाल, आरसी तिवारी, युद्धवीर ¨सह, गिरीश चंद्र शुक्ला समेत बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.