यहां 20 किमी पैदल चलने पर मिलती है बैंक सुविधा
बच्छणस्यूं पट्टी के दो दर्जन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को बैंक सुविधा के लिए बीस किमी दूर खांकरा की दौड़ लगानी पड़ती है। ग्रामीणों ने कांडई बाड़ा और खेड़ाखाल में राष्ट्रीकृत बैंकों की शाखाओं के साथ ही एटीएम लगाने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं पट्टी के दो दर्जन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को बैंक सुविधा के लिए बीस किमी दूर खांकरा की दौड़ लगानी पड़ती है। ग्रामीणों ने कांडई, बाड़ा और खेड़ाखाल में राष्ट्रीकृत बैंकों की शाखाओं के साथ ही एटीएम लगाने की मांग की है।
बच्छणस्यूं क्षेत्र में आज तक राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं नहीं खुली हैं। इसके कारण ग्रामीणों को बैंकिग सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नवासू, बंगोली, नौना-दानकोट, गहड़, बरसूड़ी, पाटा, झुंडोली, भराणसैंण आदि दूरस्थ गांवों के ग्रामीणों को बैंक सुविधा के लिए 15 से 18 किमी का सफर तय कर खांकरा पहुंचना पड़ता है। ऐसे में बुजुर्ग एवं महिलाओं को आवाजाही में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहां बैंक में अक्सर पर्याप्त नगदी न मिलने से उपभोक्ताओं को बैरंग लौटना पड़ता है। इन हालातों में कई ग्रामीणों ने अपने बैंक खाते रुद्रप्रयाग व श्रीनगर गढ़वाल में संचालित बैंक शाखाओं में खोले हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अपना पूरा दिन खराब करना पड़ता है। क्षेत्र पंचायत सदस्य एसएस कंडारी, प्रधान देवेश्वरी रौथाण, पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह रौथाण का कहना है कि पिछले एक दशक से क्षेत्र में राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा खोलने व एटीएम मशीन लगानी की मांग की जा रही है, लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने खांकरा के साथ ही बाड़ा, कांडई और खेड़ाखाल में एसबीआई व पीएनबी के एटीएम मशीन स्थापित करने की मांग की है। ताकि ग्रामीणों को बैंक सुविधा का लाभ मिल सके। वहीं लीड बैंक अधिकारी एसके शर्मा ने बताया कि जिले में नई बैंक शाखा को लेकर पूर्व में सर्वेक्षण कर आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाओं खोलने के लिए क्षेत्र में सर्वे के लिए कहा गया है।