महिलाओं को गर्भावस्था व पोषण की दी जानकारी
ाष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर अगस्त्यमुनि बाल विकास परियोजना की ओर से आयोजित गोदभराई कार्यक्रम में सात महिलाओं की गोद भराई कर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था व पोषण की जानकारी दी।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर अगस्त्यमुनि बाल विकास परियोजना की ओर से आयोजित गोदभराई कार्यक्रम में सात महिलाओं की गोद भराई कर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था व पोषण की जानकारी दी।
अगस्त्यमुनि ब्लॉक के परियोजना कार्यालय बेलनी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी मनविदर कौर ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान पेट में पल रहे शिशु को प्रसव के पहले पोषण और विटामिन की जरूरत होती है। इसके लिए सभी पोषक तत्व को आहार के रूप में ले व जरूरी जांच व टीका लगाए। मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में जन्म दोष को रोकने के लिए प्रसव पूर्व के वीटामिन्स की रोजाना खुराक लेनी होती है। गर्भस्थ मां को महसूस होने वाली असुविधा पर नजर के लिए चेकअप जरूरी है। इस अवसर पर शारदा देवी व दीपिका देवी समेत सात महिलाओं को नारियल, फल देकर शुभकामना दी गई।
कार्यक्रम में एएनएम दीपिका पंवार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व नियमित जांच करानी चाहिए। प्रसव में सबसे पहला टेस्ट सीबीसी (कम्पलीट ब्लड काउंट) का होता है। इसके जरिए पता लगाए जाता है कि आपके खून में हीमोग्लोबिन कितना है। इसके कम होने से रेड ब्लड सेल्स इफेक्ट होते हैं, जिनकी वजह से एनीमिया हो सकता है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पोषण मिशन के स्वस्थ भारत प्रेरक विनीत डालमिया ने गर्भवती महिलाओं को पोषण की पूर्ण जानकारी दी। सांख्यकीय सहायक शिल्पी ने नंदा गौरा व प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना कि विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन परियोजना अधिकारी शैली प्रजापति ने किया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी हिमांशु बडोला, सुपरवाइजर देवेश्वरी कुंवर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।