नंदकिशोर को मिला कालिदास सम्मान
संवाद सूत्र गुप्तकाशी महाकवि कालीदास भू स्मारक समिति के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय काि
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: महाकवि कालीदास भू स्मारक समिति के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय कालिदास समारोह रंगारंग कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया। इस वर्ष के कालिदास सम्मान से नंदकिशोर भट्ट को नवाजा गया। समिति की ओर से प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र तथा नकद धनराशि देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कई विद्वानजनों ने अपने शोध पत्रों का वाचन भी किया।
कालीमठ घाटी के कविल्ठा में आयोजित त्रिदिवसीय समारोह के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि कालीमठ क्षेत्र के अंतर्गत कविल्ठा में ही महाकवि कालिदास का जन्म हुआ था। इसके कई प्रमाण उनके रचित महाकाव्य रघुवंश, मेघदूत तथा कुमारसंभव में वर्णित हैं। उन्होंने कहा कि कालीमठ की वापी, कविल्ठा के नैसर्गिक पर्वत श्रृंखलाएं स्थानीय परंपराओं से रूबरू करती कविताएं, कथा साहित्य में मंदाकिनी नदी, यहां का मौसम तथा रीति-रिवाजों का समागम है। घिल्डियाल ने कहा कि महाकवि कालिदास अकादमी शीघ्र खोले जाने की दशा में शासन प्रयासरत है। साथ ही त्रिदिवसीय मेले को भव्य रूप से मनाने के लिए शासन तथा प्रशासन अमला युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। डीएम ने कहा कि कालीमठ चौमासी केदारनाथ मोटर मार्ग के निर्माण के लिए शासन को अवगत कराया जा चुका है। शीघ्र शासन से इस मोटर मार्ग की अनुमति ली जाएगी। वहीं भू स्मारक समिति ने कविल्ठा में कालिदास अकादमी खुलवाने की मांग मुख्य अतिथि के सम्मुख रखी, जिससे क्षेत्र में पर्यटन के साथ ही तीर्थाटन को भी बढ़ावा मिल सके।
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालय के छात्रों ने हिंदी, गढ़वाली, संस्कृत समेत कई भाषाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम व नाटकों की शानदार प्रस्तुतियां भी दी। इस अवसर पर आचार्य घनानंद मैठाणी ने अपने शोध पत्र वाचन में कालिदास पर्यावरण पर विस्तार से शोध वाचन किया। डॉ. नित्यानंद पोखरियाल व प्रकाश चमोली ने भी अपने शोध पत्र पढ़े। समारोह के दौरान विद्वान नित्यानंद पोखरियाल को देवानंद बहुगुणा स्मृति सम्मान से नवाजा गया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, महामंत्री सुरेशानंद गौड़, पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, एसडीएम उखीमठ वरुण अग्रवाल, जिपंस विनोद राणा, पूर्व प्रमुख संतलाल, घनानंद मैठाणी, उपासना सेमवाल, जयप्रकाश गौड़, गजपाल सिंह राणा, रोशनी चौहान, रामलाल समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।