मॉडल के रूप में विकसित होंगे आइएमए विलेज
प्रदेश के हर ब्लॉक में चयनित एकीकृत आदर्श कृषि गांव (आइएमए विलेज) मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है।
रविन्द्र कप्रवान, रुद्रप्रयाग : प्रदेश के हर ब्लॉक में चयनित एकीकृत आदर्श कृषि गांव (आइएमए विलेज) मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है। किसानों की आय दोगुनी करने के मकसद से जिले में भी तीन गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों को कृषिकरण एवं पशुपालन समेत सभी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। जिसको लेकर कृषि विभाग ने गांवों के विकास के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की कार्रवाई शुरू कर दी है।
रुद्रप्रयाग जनपद में आइएमए विलेज योजना में अगस्त्यमुनि ब्लॉक में क्यूंजा, जखोली में सकलाना एवं ऊखीमठ में सारी गांव को चयनित किया गया है। योजना के क्रियान्वयन का कार्य कृषि विभाग को सौंपा गया है। चयनित प्रत्येक गांव में लगभग दो करोड़ का बजट खर्च होने का अनुमान है। इससे जहां गांवों में कृषिकरण को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, किसानों की आर्थिक में भी सुधार होने के साथ स्वरोजगार के अवसर भी मुहैया हो सकेंगे। कृषि के प्रति ग्रामीणों में जागरुकता लाने के मकसद से योजना की शुरुआत की है। योजना में कृषि, उद्यान, पशुपालन, बागवानी, डेयरी, मत्स्य, मशरूम, मधुमक्खी, सिचाई, लघु सिचाई, सहकारिता, रेशम समेत एक दर्जन विभागों की ओर से विभागवार विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी। कृषि विभाग की ओर से तीनों गांवों में विकास के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। बजट की स्वीकृति मिलते ही गांवों में विकास के कार्य शुरू किए जाएंगे।
एसएस वर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी, कृषि विभाग रुद्रप्रयाग