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पंचायत भवन में छात्रों को पढ़ा रहे ग्राम प्रधान

तल्लानागपुर क्षेत्र के ग्राम सन के प्रधान विकास नौटियाल ने कुछ युवाओं के सहयोग से बीते जुलाई से गांव में ही कक्षा एक से 10 तक के छात्रों को निश्शुल्क पढ़ा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:15 AM (IST)
पंचायत भवन में छात्रों को पढ़ा रहे ग्राम प्रधान
पंचायत भवन में छात्रों को पढ़ा रहे ग्राम प्रधान

रविंद्र कप्रवान, रुद्रप्रयाग : भले ही प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए सरकारी व अ‌र्द्धसरकारी विद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने के आदेश दिए हों, लेकिन वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्रों कई ऐसे लोग भी हैं, जिनके पास अभी तक स्मार्ट मोबाइल फोन उपलब्ध नहीं है। ऐसे बच्चों का भविष्य संवारने के लिए तल्लानागपुर क्षेत्र के ग्राम सन के प्रधान विकास नौटियाल ने कुछ युवाओं के सहयोग से बीते जुलाई से गांव में ही कक्षा एक से 10 तक के छात्रों को निश्शुल्क पढ़ा रहे हैं।

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गांव के पंचायत भवन प्रधान बच्चों की कक्षा लगा रहे हैं। प्रत्येक दिन गांव के लगभग 30 बच्चे यहां सुबह सरस्वती वंदना के साथ अपनी पढ़ाई की शुरुआत कर रहे हैं। साथ ही बच्चों को व्यायाम, योग सहित अन्य क्रियाकलाप भी कराए जा रहे हैं। कोरोना महामारी होने से बीते पांच माह से बच्चे जहां घरों में ही कैद थे। वहीं अब पंचायत भवन में लग रही पाठशाला में आने से उत्साहित हैं। ग्राम प्रधान विकास नौटियाल ने बताया कि कक्षाएं सुबह व शाम को दो शिफ्टों में चलाई जा रही है। जिसमें कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को सभी विषय पढ़ाए जा रहे है, जबकि कक्षा नौ व दसवीं के छात्रों को विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषय पढ़ाए जा रहे हैं। बताया कि गांव में जिन बच्चों के पास ऑनलाइन पढ़ने के साधन उपलब्ध नहीं हैं। उनका स्कूली पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पा रहा है। जिस कारण सभी युवाओं ने गांव में ही बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि बच्चों का पाठयक्रम पूरा करवाने में शिवम कठैत, अभय कठैत, गौरव बिष्ट व प्रतिक्षा बिष्ट उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं।

पढ़ाई के दौरान मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव के आसपास पांच विद्यालय ऐसे है, जहां प्रोजेक्टर वर्तमान में धूल फांक रहे हैं। बताया कि मुख्य शिक्षाधिकारी से भेंटकर जब तक विद्यालय नहीं खुलते, गांव में ही प्राजेक्टर लगाए जाने की मांग की जाएगी। वहीं, अभिभावकों ने भी प्रधान की सराहना कर इसे एक अच्छी पहल बताया है।


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