बांसवाड़ा में पांच दिन बाद खुला गौरीकुंड हाईवे
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड हाईवे बांसवाड़ा में खुलने से यात्रियों ने राहत की सांस ली। बीती श
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड हाईवे बांसवाड़ा में खुलने से यात्रियों ने राहत की सांस ली। बीती शनिवार से ही हाईवे बंद होने से आवागमन में दिक्कतें हो रही थी। हालांकि गुप्तकाशी के पास विद्याधाम और गौरीकुंड से एक किलोमीटर पहले पाíकंग के पास हाईवे अभी भी बंद हैं। केदारनाथ जाने वाले यात्री यहां से पैदल ही गौरीकुंड पहुंच रहे हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण लोनिवि पांच दिन बाद गौरीकुंड हाईवे खोलने में सफल रहा। बुधवार सुबह हाईवे को वाहनों के लिए खोल दिया गया। शनिवार को हाईवे बांसवाड़ा में बंद हो गया था, जिसके बाद यहां लगातार पहाड़ी से पत्थर गिर रहे थे। बांसवाड़ा में हाईवे खुलने से केदारघाटी निवासियों ने राहत की सांस ली। वहीं गुप्तकाशी में हाईवे विद्याधाम में लगभग 30 मीटर धंस गया है, जिससे यहां वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद है। छोटे वाहन मंदिर मार्ग से होकर जा रहे हैं। जबकि, गौरीकुंड के पास हाईवे बंद हैं। यहां पर भी चौथे दिन हाईवे से मलबा नहीं हटाया जा सका। लगातार हो रही बारिश के कारण मलबा हटाने में दिक्कत आ रही है। केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को गौरीकुंड पहुंचने में तीन किमी पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। नेशनल हाईवे के अधिशासी अभियंता जेपी त्रिपाठी ने कहा कि गौरीकुंड के पास मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
इधर, जिले में लोनिवि, पीएमजीएसवाई, एडीबी, वर्ल्ड बैंक से अंतर्गत आने वाले 23 मोटरमार्ग बारिश के चलते बंद पड़े हुए हैं। जिसमें छेनागाड़-बकसीर, छेनागाड़-उछोला, मयाली-रणधार, गोरपा-सिरवाड़ी-कुरछोला, दुगड्डा-पालाकुराली, बांसवाड़ा-कणसिल-चंद्रनगर-मोहनखाल, मयाली-गुप्तकाशी, मक्कू-पलद्वाड़ी, गुप्तकाशी-कालीमठ-कोटमा-जाल तल्ला-चौमासी, अंदेरगढ़ी-धारतोलियों, चंद्रापुरी-गुगली, ताला-बरंगाली, नागजई-फेगू-बरम्वाड़ी, ताला-सारी, बांसवाड़ा-बष्ठी-बसुकेदार, मनसूना-गैड़, मोहनखाल-क्यूंजा, भीरी-परकंडी-सुरसाल, ऊखीमठ-मनसूना, जुगासू-राऊंलेक, फाटा-जामू, लमगौंडी-देवली भणिग्राम, जखोली-गुप्तकाशी, भीरी-परकंडी, विनोवाधार-स्यूंर-कुरछोला समेत कई मोटरमार्ग शामिल हैं। मोटरमार्ग बंद होने से क्षेत्रीय लोगों को रोजमर्रा के साथ ही अन्य सामान ले जाने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। जिससे ग्रामीणों को पैदल ही अपने बाजारों तक पहुंचना पड़ रहा है। मोटरमार्ग बंद होने से लगभग 40 गांवों का संपर्क कटा हुआ है। वहीं नोडल अधिकारी एवं अधिशासी अभियंता लोनिवि इंद्रजीत बोस ने बताया कि मार्गो को खोलने का काम तेजी से चल रहा है।