मंदाकिनी शरदोत्सव का चौथा दिन कवियों के नाम
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग पांच दिवसीय मंदाकिनी शरदोत्सव मेले के चौथे दिन कलश संस्था के गढ़वाली
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: पांच दिवसीय मंदाकिनी शरदोत्सव मेले के चौथे दिन कलश संस्था के गढ़वाली कवियों के नाम रहा। कवियों ने शानदार प्रस्तुतियां देकर दर्शकों की तालियां बटोरी। वहीं शुक्रवार की संध्या पर गायक वीरेन्द्र राजपूत, आकांक्षा रमोला व साहब सिंह रमोला ने शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
क्रीड़ा मैदान अगस्त्यमुनि में आयोजित पांच दिवसीय मंदाकिनी शरदोत्सव के पांचवें दिन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कार्यक्रम की शुरुआत किया। इस दौरान राज्य आंदोलन में शहीद अशोक केशव की माता धूमा देवी एवं शहीद यशोधर बेंजवाल के पुत्र संदीप बेंजवाल को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सूचना विभाग की पुस्तक का भी विमोचन किया। मेले में कलश संस्था के कवि सम्मेलन में कवि ओमप्रकाश सेमवाल ने ठाण ल्हे तु लाटा, माण ल्हे दुं लाटा, सुधीर बत्र्वाल ने पढ़ी ल्या बांचि ल्या, मुरली दीवान ने मंगतु सगत ज्वान ह्वेगी, हरीश जुयाल ने काठों का कमाल पर, जगदंबा चमोला ने तु ज्वोन सी जुन्याली ढक चकोर सी समेत कई कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को खूब गुदगुदाया। वहीं लोक कलाकार दौलतसिंह तथा सुलोचना देवी द्वारा बगड़वाल गीतों की सुन्दर प्रस्तुति दी गई। अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर हुई प्रतियोगिता के चित्रकला में रोहन बुटोला जखोली, दीपक बरसूड़ी, तथा सृष्टि लमगौण्डी को प्रथम पुरस्कार मिला। भाषण में मुस्कान मयाली, दिव्या अगस्त्यमुनि, आइशा ऊखीमठ को प्रथम पुरस्कार मिला। निबन्ध में अनुज मयाली, खुशबू जखोली, अंजलि गुसाईं अगस्त्यमुनि तथा संतोषी लमगौण्डी को प्रथम पुरस्कार मिला। राज्य स्थापना दिवस पर हुई क्विज प्रतियोगिता गौरी मेमेारियल स्कूल के नाम रही। जबकि चिल्ड्रन एकेडमी एवं सरस्वती विद्या मन्दिर द्वितीय एवं राबाइंका अगस्त्यमुनि तृतीय स्थान पर रहे।