जवानों के परिजनों से मिले कर्नल कोठियाल
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: यूथ फाउंडेशन के संस्थापक और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पूर्व प्रा
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: यूथ फाउंडेशन के संस्थापक और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पूर्व प्राचार्य कर्नल अजय (सेनि) कोठियाल ने केदारघाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों से बातचीत की तथा यूथ फाउंडेशन की ओर से आयोजित सेना भर्ती कैंप में बच्चों को अधिक संख्या में भेजने का अनुरोध किया। इस दौरान कोठियाल ने कालीमठ घाटी के राजकीय इंटर कॉलेज कोटमा में बच्चों को भविष्य के प्रति सजग रहने के कई टिप्स भी दिए।
यूथ फाउंडेशन के संस्थापक कर्नल कोठियाल ने केदारघाटी के सीतापुर, रामपुर, कालीमठ घाटी के कविल्ठा, कोटमा, जाल तल्ला, मल्ला, चैमासी समेत कई गांवों का भ्रमण करते हुए स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। यूथ फाउंडेशन के कैंप में ट्रे¨नग लेकर सेना में भर्ती हुए जवानों के परिजनों से भी कर्नल कोठियाल ने मुलाकात की। उन्होंने उन परिवारों से भी मुलाकात की, जिन परिवार के गंभीर रूप से बीमार परिजन का उपचार यूथ फाउंडेशन के जरिये चल रहा है। इस दौरान रामपुर में एक मानसिक रोगी से भी कोठियाल ने मुलाकात की। वह पिछले 25 दिन से खाना नहीं खा रहा था, रोगी की पीड़ा को देखते हुए कोठियाल इस रोगी को सोनप्रयाग स्थित कैंप में ले आए। स्थानीय लोगों से बातचीत में कोठियाल ने कहा कि उनका जीवन जनता के लिए समर्पित है। अब वह सेना से सेवानिवृत्त हो गए हैं और पूरी शिद्दत से जनता की तकलीफें दूर करना चाहते हैं। कहा कि यूथ फाउंडेशन के जरिये युवाओं को सेना में भर्ती के साथ उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार किया जा रहा है।
यूथ फाउंडेशन के कार्याें को और विस्तार देना उनका मकसद है। उन्होंने कहा कि पहाड़ के युवाओं की ताकत का सही तरीके से इस्तेमाल करना है। युवाओं के जरिये ही समाज को बदला जा सकता है। उन्होंने राइंका कोटमा के छात्रों को बेहतर भविष्य के लिए कई टिप्स दिए। कहा कि आज के बच्चे कल का भविष्य हैं। इन्हें सही दिशा में आगे ले जाने में शिक्षकों की सबसे बड़ी भूमिका है। इस मौके पर निम के सोनप्रयाग इंचार्ज मनोज सेमवाल, रणजीत नेगी, शिवम जोशी, आशीष राणा, सुनील सेमवाल, यशवंत ¨सह ¨तदोरी समेत अन्य लोग मौजूद थे।