वाहन चारधाम यात्रा में, सवारी परेशान
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के अधिकांश वाहनों के चारधाम यात्रा में जाने से स्थानीय के साथ ही देश
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के अधिकांश वाहनों के चारधाम यात्रा में जाने से स्थानीय के साथ ही देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं ऋषिकेश व हरिद्वार से आने वाली बसों में भी कटौती हुई है। इससे ब्रांच रूट के साथ ही मुख्य मार्ग पर यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए विभिन्न पड़ावों पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। गुप्तकाशी टैक्सी यूनियन के लगभग 130 छोटे वाहन शटल सेवा में लगे हैं।
गत दो मई से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। गंगोत्री व यमनोत्री के कपाट खुलने के बाद छह मई को केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए थे। इस बार भी चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। प्रतिदिन 15 से 20 हजार यात्री चारधामों की यात्रा कर रहे हैं। देवभूमि में यात्रा शुरू होते जिले में वाहनों की कमी भी शुरू हो गई है। बसों के साथ ही अधिकांश छोटे वाहन यात्रा में चले गए है। जिले में जीएमओ के पास करीब 28 बसें पंजीकृत है, जिनमें से लगभग 13 बसें चारधाम यात्रा में सेवाएं दे रही है। इसके अलावा कुछ बसें शादी-ब्याह में लगी है। जीएमओ रुद्रप्रयाग की ओर से रुद्रप्रयाग-पोखरी, रुद्रप्रयाग-ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग-गुप्तकाशी-गौरीकुंड, रुद्रप्रयाग-ऊखीमठ-सारी, चन्द्रापुरी-मोहनखाल- भणज समेत कई रूटों पर बसों संचालन होता है, लेकिन मुख्य मार्ग के साथ ही ब्रांच रूटों पर वाहनों की संख्या काफी कम हुई है। यहीं नही ऋषिकेश, देहरादून व हरिद्वार से आने वाली बसों में भी कटौती की गई है। काफी इंतजारी के बाद यात्रियों को बसें नसीब हो रही हैं। जीप-टैक्सी-मैक्सी की बात करें तो मंदाकिनी जीप-टैक्सी यूनियन रुद्रप्रयाग के 270, रुद्रा टाटा सूमो यूनियन रुद्रप्रयाग के 50, टैक्सी यूनियन तिलवाड़ा के 230, शहीद गोविद सिंह राणा टैक्सी यूनियन गुप्तकाशी 290, ऊखीमठ टैक्सी यूनियन 190, जखोली टैक्सी यूनियन 120 एवं अगस्त्यमुनि टैक्सी यूनियन के पास 170 वाहन पंजीकृत हैं। जिनमें करीब 300 वाहन चारधाम यात्रा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शेष छोटे वाहन जिले के लोकल रूटों पर चल रहे हैं। यहीं नहीं गुप्तकाशी टैक्सी यूनियन के लगभग 130 छोटे वाहन सोनप्रयाग-गौरीकुंड तक शटल वाहन सेवा में लगने से भी क्षेत्रीय लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। जिला मुख्यालय के साथ ही तिलवाडा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, मयाली, जखोली समेत कई पड़ावों पर यात्रियों को घंटों खड़ा रहकर वाहनों का इंतजार करना पड़ रहा है।
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जिले में कुल वाहनों के सापेक्ष 40 प्रतिशत वाहन चारधाम यात्रा में, जबकि 60 प्रतिशत वाहन अपने मूल स्थान पर सेवाएं प्रदान करेंगे। जिससे लोकल के साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना न उठाना पडे़। टैक्सी मैक्सी छोटे अधिकांश वाहन भी यात्रा में अपनी सेवाएं दे रहे है। इसके अलावा 130 से छोटे वाहन सोनप्रयाग-गौरीकुंड तक शटल सेवा में लगे हैं।
राजेन्द्र विराटिया
एआरटीओ, परिवहन विभाग रुद्रप्रयाग