पुनाड नहर सूखी, ग्रामीणों ने किया ईई का घेराव
जिला मुख्यालय से सटे पुनाड गांव की नहर पर आठ माह से पानी न चलने से ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के ईई का घेराव किया। कहा कि किसानों को सिचाई करने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। यदि शीघ्र नहर पर पानी नहीं चलता है तो आंदोलन किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : जिला मुख्यालय से सटे पुनाड गांव की नहर पर आठ माह से पानी न चलने से ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के ईई का घेराव किया। कहा कि किसानों को सिचाई करने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। यदि शीघ्र नहर पर पानी नहीं चलता है तो आंदोलन किया जाएगा। वहीं सिचाई विभाग के ईई पीएस बिष्ट ने विभागीय कर्मचारियों और ग्रामीण महिलाओं के साथ मौके पर जाकर पुनाड नहर का निरीक्षण किया। बताया कि एक दो दिन में नहर पर पानी चलाया जाएगा।
गुरुवार को बर्सू विकास समिति की अध्यक्ष आशा सेमवाल के नेतृत्व में पुनाड़, भाणाधार, गुलाबराय, औंण, हीतडांग समेत कई तोकों की महिलाएं सिचाई विभाग कार्यालय पहुंची और ईई पीएस बिष्ट को अपनी समस्या बताई। कहा कि पहले गेहूं की फसल के लिए सिंचाई का पानी नहीं मिला और अब धान की फसल बोने की तैयारी चल रही है, लेकिन सिचाई के लिए पानी न होने से किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। पुनाड नहर पूर्णत क्षतिग्रस्त होने के बाद भी आज तक इसकी मरम्मत मात्र खानापूर्ति तक सिमटी है। यही कारण है कि आज किसान खेती से मुंह मोड़ने लगे हैं। सिचाई विभाग के ईई पीएस बिष्ट ने बताया कि पुनाड नहर का निरीक्षण किया गया है। एक दो दिन में नहर पर पानी चलाया जाएगा। साथ ही मरम्मत के लिए एस्टीमेट भी भेजा जाएगा ताकि आने वाले दिनों में नहर पर वर्षभर पानी की बेहतर आपूर्ति की जा सके। इस मौके पर बर्सू विकास समिति की सुनीता डियूंडी, संतोषी नौटियाल, रमा गोस्वामी, संगीता देवी, महावीर पंवार, संदीप पंवार, नरेंद्र गिरी, अनूप सेमवाल, राकेश नौटियाल, रामलाल चौधरी के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।