बेली ब्रिज का निर्माण पूरा, यातायात शुरू
उत्तरकाशी-लंबगांव-केदारनाथ मोटर मार्ग पर साड़ा के पास बेली ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। रविवार को स्वतंत्रता दिवस पर इस पुल को यातायात के लिए खोल दिया गया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : उत्तरकाशी-लंबगांव-केदारनाथ मोटर मार्ग पर साड़ा के पास बेली ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। रविवार को स्वतंत्रता दिवस पर इस पुल को यातायात के लिए खोल दिया गया। इस बेली ब्रिज के निर्माण से बाड़ागड्डी, गाजणा, लंबगांव, श्रीनगर, घनसाली क्षेत्र से आवाजाही करने वालों को राहत मिली है।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के निकट मांडो, निराकोट, कंकराड़ी और साड़ा गांव में 18 जुलाई को बादल फटने से खासा नुकसान हुआ था। उत्तरकाशी-केदारनाथ मार्ग पर साड़ा के पास पुल भी बह गया था, जिससे बाड़ागड्डी के मानपुर, साड़ा, किशनपुर, अलेथ, धनपुर आदि गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा गया। धौंतरी और गाजणा क्षेत्र के ग्रामीणों को धनारी देवीदार होते हुए आवाजाही करनी पड़ रही थी। लोनिवि भटवाड़ी ने यहां बेली ब्रिज निर्माण का निर्णय लिया। डेढ़ लेन चौड़ा और 24 मीटर लंबे बेली ब्रिज तैयार करने के लिए नए सिरे से एबटमेंट बनाया गया, जिसका निर्माण रविवार को स्वतंत्रता दिवस के दिन पूरा हुआ। साथ ही जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की मौजूदगी में पुल का उद्घाटन किया गया। लोनिवि भटवाड़ी के ईई आरएस खत्री ने कहा कि 18 जुलाई को आए उफान के कारण पुराने पुल के एबटमेंट भी ध्वस्त हो गए थे। इसलिए पुल निर्माण में काफी दिक्कतें आई। लेकिन, टीम ने रात-दिन कार्य किया, जिसके कारण पुल समय पर तैयार हुआ।
पुल बह जाने के कारण करीब 28 दिनों तक मानपुर, किशनपुर, धनपुर, अलेथ और साड़ा के ग्रामीणों ने खासी परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान इन गांवों से दूध व सब्जियां बाजार नहीं आ पा रही थी। पशुपालकों और काश्तकारों को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा था। लेकिन, अब पुल निर्माण इन ग्रामीणों की आवाजाही की समस्याएं दूर हो गई हैं। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, डुंडा शैलेंद्र कोहली आदि मौजूद थे।