सात सूत्रीय मांगों को लेकर भड़की आंगनबाड़ी कार्यकत्री
न्यूनतम वेतन देने समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को ऊखीमठ व अगस्त्यमुनि ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुआ कहा कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो उन्हें मजबूरन प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: न्यूनतम वेतन देने समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को ऊखीमठ व अगस्त्यमुनि ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुआ कहा कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो उन्हें मजबूरन प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होना पडेगा।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सीटू के बैनर तले ऊखीमठ ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बस अड्डे पर एकत्रित हुए, जिसके बाद कार्यकत्रियों ने समान कार्य के लिए समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर मुख्य बाजार होते हुए ऊखीमठ तहसील प्रांगण तक रैली निकालकर गुस्से का इजहार किया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में एक दिवसीय धरना भी दिया। इस अवसर पर किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम सेमवाल ने कहा कि सरकारें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियोंको काम के बदले दाम नहीं दे रही है। श्रम कानूनों को ताक पर रखकर कार्यकत्रियों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। अब सरकार की ओर से कार्यकत्रियों को स्मार्ट मोबाइल देकर केन्द्रों को डिजिटल करने की जिम्मेदारी दी जा रही है। जिससे उनके ऊपर पर दोहरा भार बढ़ गया है। कहा कि कार्यकत्रियों के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ अब जिले के साथ पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरना पडेगा। सीटू के जिला महामंत्री वीरेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि जहां सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ एवं महिला सशक्तिकरण का नारा दिया जा रहा है। वहीं आंगनबाडी कार्यकत्रियों को न्यून वेतन देकर उनका शोषण किया जा रहा है। कहा कि ब्लॉक का बाल विकास लंबे समय से जीर्ण शीर्ण स्थिति है, लेकिन उसकी सुध नहीं ली जा रही है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुनीता भटट, ब्लाक अध्यक्ष रोशनी नौटियाल, प्रेमा बत्र्वाल, वीरेन्द्र गोस्वामी, संतोषी नेगी, दिक्की राणा, रंजना अवस्थी, संगीता नेगी, कुसुम सेमवाल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। वहीं अगस्त्यमुनि ब्लॉक की कार्यकर्ताओं ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील रुद्रप्रयाग में एक दिवसीय धरना देकर अपना विरोध जताया।