Move to Jagran APP

मार्ग बंद होने से दो माह से घरों में कैद गोल्फा गांव के ग्रामीण

पिथौरागढ़ सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के गोल्फा गांव में आपदा के दो माह बाद भी व्यवस्थाएं बहाल नहीं हो पाई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 05:00 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 05:13 AM (IST)
मार्ग बंद होने से दो माह से घरों में कैद गोल्फा गांव के ग्रामीण
मार्ग बंद होने से दो माह से घरों में कैद गोल्फा गांव के ग्रामीण

पिथौरागढ़, जेएनएन : सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के गोल्फा गांव में आपदा के दो माह बाद भी व्यवस्थाएं बहाल नहीं हो पाई हैं। पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण घरों में ही कैद रहने को मजबूर हैं। वहीं, गांव तक खाद्यान्न भी नहीं पहुंच पा रहा है। परेशान ग्रामीणों ने अविलंब क्षतिग्रस्त मार्ग ठीक नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

loksabha election banner

दो माह पूर्व गोल्फा को जोड़ने वाला पैदल मार्ग नया बस्ती के पास भूस्खलन के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस कारण गोल्फा समेत, तोमिक, बोना, नया बस्ती के ग्रामीणों का आवागमन ठप हो गया। दो माह बीतने के बाद भी अभी तक मार्ग ठीक नहीं किया जा सका है। मार्ग बंद होने से क्षेत्र की करीब 500 से अधिक आबादी गांव में ही कैद होकर रह गई है। गोल्फा गांव के युवा भूप्पी बथियाल ने बताया कि मार्ग खोलने की मांग को लेकर कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, मगर विभाग बजट न होने का हवाला देकर मामले से पल्ला झाड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में राजमा, आलू उत्पादन काफी मात्रा में होता है। इससे ही क्षेत्र के ग्रामीण अपनी आजीविका चलाते हैं, मगर मार्ग बंद होने से ग्रामीण अपने उत्पाद बाजार नहीं पहुंचा पा रहे हैं। खाद्यान्न का भी संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ग्रामीणों की सुध नहीं ली गई तो क्षेत्र की जनता उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.