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चीन सीमा पर तैनात जवानों को मिलेगा ताजा जैविक सेब

चीन सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों को अब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर ताजा हरे सेब का स्वाद चखने को मिलेगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 10:32 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 10:32 PM (IST)
चीन सीमा पर तैनात जवानों को मिलेगा ताजा जैविक सेब
चीन सीमा पर तैनात जवानों को मिलेगा ताजा जैविक सेब

तेज सिंह गुंज्याल, धारचूला: चीन सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों को अब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर ताजा डेलीसस सेब का स्वाद चखने को मिलेगा। गुंजी गांव में ग्रामीणों की मेहनत से स्वादिष्ट सेब का उत्पादन होने लगा है।

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सीमांत तहसील धारचूला का गुंजी गांव चीन सीमा के नजदीक है। कैलास मानसरोवर यात्रा का मुख्य पड़ाव होने के साथ ही साथ व्यास घाटी का यह मुख्य गांव है। सुरक्षा बलों की इकाईयों के साथ ही भारत चीन व्यापार का कस्टम कार्यालय, भारतीय स्टेट बैंक की शाखा भी यहां काम करती है। बेहद ऊंचाई पर बसे इस गांव में ताजा फल पहुंचना बेहद मुश्किल होता है, जबकि यहां फलों की अच्छी खासी खपत है।

इस अवसर को देखते हुए गांव के प्रगतिशील काश्तकार सत्तल सिंह गुंज्याल और केशर सिंह गुंज्याल ने गांव में सेब उत्पादन की ठानी। दोनों ने सेब उत्पादन के लिए जरू री जलवायु और मिट्टी की गुणवत्ता की जानकारी जुटाई। उद्यान विभाग के विशेषज्ञों ने जांच के बाद यहां हरे स्वादिष्ट सेब की अच्छी संभावनाएं बताई। दोनों ने उद्यान विभाग की मदद से ग्रामीणों के लिए सेब के पौधों का इंतजाम किया। तीन वर्ष शुरू की गई इस कवायद ने इस वर्ष अपना रंग दिखाया है। गांव में सेब की फसल लहलहा रही है।

स्वाद में बेहद मीठा हरा डेलीसस गांव में ही 100 रुपये किलो बिक जा रहा है। ग्रामीण सुरक्षा बलों को भी सेब उपलब्ध करा रहे हैं। काश्तकार सत्तल सिंह गुंज्याल ने बताया कि गांव में उत्पादित हो रहे सेब के लिए किसी तरह का रसायन, कीटनाशक उपयोग नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही सेब उत्पादन को और विस्तार दिया जाएगा। कैलास मानसरोवर यात्रा के मुख्य पड़ाव के साथ ही अब गुंजी को जिले के प्रमुख सेब उत्पादक गांव के रू प में पहचान दिलाई जाएगी। ========== गुंजी गांव की जलवायु सेब उत्पादन के लिए मुफीद है। यहां जाड़ों में अच्छा-खासा हिमपात होता है। इससे सेब उत्पादन के लिए जरू री चिलिंग प्वाइंट मिल जाता है। उच्च हिमालय में सेब उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है।

- आरएस वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी


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