पिथौरागढ़ नगर के शीर्ष में खिलने लगी ट्यूलिप वाटिका
पिथौरागढ़ के चंडाक मोस्टमानू क्षेत्र में बनाए गए गार्डन में ट्यूलिप के फूल खिलने लगे है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : मुख्यमंत्री के तेरह डेस्टिनेशन में शामिल पिथौरागढ़ के चंडाक मोस्टमानू क्षेत्र में ट्यूलिप के फूल खिलने लगे हैं। आने वाले दिनों में ट्यूलिप गार्डन पूरी तरह रंगत में नजर आएगा।
मुख्यमंत्री के तेरह जिले तेरह डेस्टिनेशन के तहत पिथौरागढ़ के चंडाक से मोस्टामानू, पशुपति नाथ मंदिर क्षेत्र को ट्यूलिप गार्डन के लिए चुना गया। मिनी कश्मीर नाम से प्रसिद्ध सोर घाटी पिथौरागढ़ तक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर ट्यूलिप गार्डन का निर्माण किया गया। यहां पर बीते माह हॉलैंड से मंगाए गए ट्यूलिप के बीज रोपे गए। पैंतालीस दिन में खिलने वाले ट्यूलिप के कुछ प्रजाति के फूल खिलने लगे हैं। यहां पर रोपे गए हजारों ट्यूलिप के पौधों से फूल खिलने के आसार बन चुके हैं।
जिलाधिकारी डॉ. वीके जोगदंडे ने ट्यूलिप गार्डन में पुष्प खिलने पर उद्यान विभाग के प्रयास को अच्छा बताया है। उन्होंने बीते दिनों विभाग को इस क्षेत्र में ट्यूलिप के अलावा स्थानीय प्रजाति के पुष्पों को भी लगाने को कहा है ताकि पूरे साल भर वाटिका में पुष्प खिले नजर आए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पर्यटन सीजन में पर्यटकों को यहां तक पहुंचाने के लिए पर्यटन विभाग को निर्देश दिए जाएंगे।
पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले स्थानीय पर्यावरण प्रेमी ललित मोहन कापड़ी ने ट्यूलिप गार्डन के निर्णय को पिथौरागढ़ के लिए वरदान बताया है उन्होंने कहा कि पहली बार पिथौरागढ़ में वाटिका बनी है। उन्होंने प्रशासन और उद्यान विभाग से इस वाटिका में गुलाब सहित स्थानीय पुष्प भी लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि ट्यूलिप एक सीजन में खिलने वाला पुष्प है। स्थानीय गुलाब व अन्य पुष्प रोपे जाने के बाद साल भर वाटिका में पुष्प खिले रहेंगे जो पिथौरागढ़ के पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होंगे ।